श्री श्याम ओवरसीज के मोहित गर्ग ने बताया कि जमीन में नमी होने के कारण इस वर्ष जीरे की बिजाई पांच फीसदी घटने के आसार हैं। आमतौर पर नया जीरा मार्च अप्रैल में आ जाता है, मगर इस बार बिजाई में देरी के चलते अप्रैल-मई से पहले आने की संभावना कम है। जानकारों का कहना है कि दिवाली बाद जीरे में और तेजी के संकेत बताए जा रहे हैं। गुजरात के बड़ौदा, सूरत आदि में अभी भी बारिश होने के समाचार हैं। साउथ गुजरात में जमीन में नमी बनी रहने से बिजाई निश्चित रूप से प्रभावित होगी। ऐसा विशेषज्ञों का मानना है। इस बीच मेथी शॉरटैक्स थोक में 4500 रुपए प्रति क्विंटल पर लगभग स्थिर बनी हुई है।
मुजफ्फरनगर में गुड़ की आवक बढ़ी, भाव गिरे उत्तर प्रदेश की प्रमुख गुड़े उत्पादक मंडी मुजफ्फरनगर में इन दिनों गुड़ की आवक बढ़कर चार-पांच हजार कट्टे प्रतिदिन हो गई है। यही कारण है कि इसकी कीमतों में गिरावट प्रारंभ हो गई है। स्थानीय सूजरपोल मंडी में गुड़ ढ़ैया 3400 से 3650 रुपए, गोल पेडी 3300 से 3400 रुपए, लड्डू 3400 से 3550 रुपए, पतासी 3300 से 3400 रुपए तथा रसकट गुड़ 2600 से 2650 रुपए प्रति क्विंटल थोक में बिका। महालक्ष्मी एंड कंपनी के मुरारीलाल अग्रवाल ने बताया कि आवक बढ़ने से गुड़ की सभी किस्मों में 150 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई है। वर्तमान में रिटेलर्स की त्योहारी मांग निरंतर बनी हुई है। लिहाजा कीमतों में फिलहाल लंबी मंदी के आसार भी नहीं हैं। सूरजपोल मंडी में प्रतिदिन दो-तीन ट्रक गुड़ आने के समाचार हैं।