दक्षिण पूर्वी राज्यों में सुस्त पड़ी मानसूनी हलचलों के साथ ही पश्चिमी हवाओं ने प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे कर दिए हैं। प्रदेश में लगातार 10 दिनों से दिन और रात के तापमान में वृद्धि देखी जा रही है। प्रदेश के चूरू जिले में शुक्रवार को अधिकतम तापमान करीब 48 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा वहीं पश्चिम के अन्य जिलों में भी पारा 45 डिग्री से ज्यादा रहने पर भीषण गर्मी का जोर बना रहा है।
वहीं दूसरी तरफ आज राजधानी समेत पूर्वोत्तर जिलों में शुरू हुई बादलों की आवाजाही ने राहत की बौछारें बरसने की उम्मीद जगा दी है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो जम्मु कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश के उत्तर पश्चिमी इलाकों में अगले चौबीस घंटे बारिश होने की संभावना है ऐसे में हवा में नमी बढ़ने पर प्रदेश के पूर्वोत्तर भागों में भी अगले एक दो दिन मेघ मेहरबान हो सकते हैं।
बीते शुक्रवार को जयपुर में गर्मी के तेवर तीखे रहे और धूप की तपिश से लोग बेहाल रहे। सूर्यास्त के बाद भी मौसम में उमस और गर्माहट महसूस हुई। आज सुबह शहर में छाई काली घटाओं से राहत की बौछारें बरसने की उम्मीद नजर आ रही है और बीते दिनों से तापमान में कमी होने की भी उम्मीद है।
हालांकि दिन में पश्चिमी हवाएं चलने पर मौसम शुष्क रहने के संकेत मौसम केंद्र ने दिए हैं। शहर में आज सुबह सात बजे अधिकतम तापमान 32 डिग्री रहा वहीं आज शहर का दिन का तापमान 40 डिग्री या उससे ज्यादा रहने के संकेत हैं। रात में शहर का तापमान बीते कुछ दिनों से कम हो सकता है।
इधर मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान में अभी भी मानसून आने में वक़्त है। प्रदेश में पहले मॉनसून 15 जून तक आने वाला था, वहीं अब मौसम को देखते हुए साथ ही मानसून की धीमी रफ्तार के चलते विभाग ने राजस्थान में मानसून की दस्तक देना जुलाई के प्रथम सप्ताह में बताया है। पूर्वोत्तर इलाकों में बढ़ रही हवा में नमी से बारिश होने की उम्मीद जागी है। दक्षिण पूर्वी राज्यों में फिर से मानसूनी हलचल शुरू होना बताया जा रहा है।