जयपुर

जेबकतरी, चोरी का ट्रेंड हुआ पुराना, अब आया साइबर क्राइम का जमाना

अपराध हुआ बेलगाम, साइबर ठगों और बदमाशों की जकड़ में जयपुर
बैंक खातों में अपराधियों ने लगाई सेंध

जयपुरMar 15, 2019 / 03:48 pm

neha soni

जयपुर।
राजधानी में लोगों की मेहनत की कमाई में साइबर ठग और चोर-उचक्के लगातार सेंध लगा रहे हैं। कहीं नौकरी दिलाने का झांसा देकर तो कहीं एटीएम कार्ड बदलकर, कहीं खरीदारी के बहाने तो कहीं चकमा देकर अपराधी लोगों की रकम उड़ा रहे हैं। लगातार बढ़ रहे ऐसे मामलों के बावजूद पुलिस के पास इन पर नियन्त्रण के लिए कोई ठोस योजना नजर नहीं आ रही है।

केस 1
शाहजहां ने नहीं किया लेन-देन, फिर भी निकले 80 हजार
गलतागेट थाना क्षेत्र में सैयद कॉलोनी निवासी शाहजहां परवीन के खाते से 11 मार्च की रात को 2 बार में 40 हजार और अगले दिन 12 मार्च को सुबह 2 बार में 40 हजार रुपए निकाल लिए गए। मोबाइल पर मैसेज आया तो शाहजहां ने बैंक को बताया। बैंक का कहना था कि रुपए दिल्ली के आसपास किसी एटीएम से निकाले गए हैं। शाहजहां ने पुलिस को बताया कि उसने 5 दिन पहले खाते में 40 हजार रुपए जमा कराए थे। उसने न तो एटीएम का उपयोग किया, न ऑनलाइन किसी जरिए से कोई लेन-देन किया। इसके बावजूद रुपए खाते से निकल गए।
केस 2
अंकिता ने मांगी नौकरी, ठग ने 20 हजार उड़ाए
मुहाना निवासी अंकिता ने शाइन डॉट कॉम पर अपना बायोडाटा अपलोड किया था। पिछली 20 फरवरी को वेबसाइट के नाम से ठग ने कॉल कर कहा, निजी बैंक की रिटेल ब्रांच में नौकरी लगवा दूँगा, 1750 रुपए जमा करा दो। ठग ने ई-मेल पर लिंक भेजा और के्रडिट कार्ड से रुपए जमा कराए। फिर 7780 रुपए और मांगे तो अंकिता ने मना कर दिया। 1750 रुपए वापस मांगे तो ठग ने रेफरेंस कोड ई-मेल पर भेजकर कहा कि इसे भर दें। इसके बाद खाते से 18119 रुपए निकल गए।
केस 3
सुनीता जरा सी चूकी, उचक्का एटीएम कार्ड बदल गया
वैशालीनगर में खातीपुरा रोड स्थित राममार्ग निवासी सुनीता अग्रवाल 4 जनवरी को झोटवाड़ा रोड पर एटीएम में 20 हजार रुपए निकालने गई। रुपए नहीं निकले तो पीछे खड़े उचक्के ने मदद के बहाने कार्ड लिया और रुपए निकालने का स्वांग किया। फिर कार्ड देकर चला गया। सुनीता ने कार्ड देखा तो वह किसी आमिर खान के नाम का था। सुनीता बैंक पहुंची तब तक खाते से 20 हजार रुपए निकल गए। पिछली 4 जनवरी की इस घटना की एफआइआर बुधवार को दर्ज हुई।
केस 4
आरुषि को चाहिए था केक, 16 हजार गंवाए
सांगानेर सदर थाना इलाके में अस्पताल के गल्र्स हॉस्टल में रह रही अजमेर मूल की आरुषि अग्निहोत्री ने 8 मार्च को बेकरी का नंबर सर्च कर केक के लिए ऑर्डर दिया। ठग ने रुपए ऑनलाइन जमा कराने को कहा। झांसे में आई आरुषि ने कार्ड नंबर और ओटीपी बता दिया, जिसके बाद खाते से 9300 रुपए निकल गए। पीडि़ता ने ठग को शिकायत की तो उसने कहा कि दूसरा ओटीपी आएगा, वह बता दें, आपके रुपए लौटा दूंगा। लेकिन ओटीपी बताने के बाद खाते से 6800 रुपए और निकल गए।
केस 5
सौरभ को चाहिए थी जॉब, 1.32 लाख रुपए हड़पे
गांधीनगर में विज्ञापन के जरिए पार्टटाइम जॉब दिलाने का झांसा देकर एक युवक से 1.32 लाख रुपए ठग लिए गए। पीडि़त सौरभ ने बुधवार को कमिश्नरेट के विशेष अपराध एवं साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 2 मार्च को विज्ञापन देखकर संबंधित मोबाइल नंबर पर फोन किया। ठग ने शैक्षणिक योग्यता मांगी, फिर कहा कि आप सलेक्ट हो गए। रजिट्रेशन के नाम पर उसने 2150 रुपए पेटीएम से मंगवाए। अगले दिन ठग ने कहा कि कंपनी से लैपटॉप, फोन, सिमकार्ड भेजे जा रहे हैं, पार्सल के 8650 रुपए देने होंगे। सौरभ ने ये रुपए जमा करा दिए। ठगों ने अगले दिन कहा कि पार्सल रद्द हो गया है। अब पार्सल हवाईजहाज से आएगा, 12600 रुपए लगेंगे। पीडि़त ने यह राशि भी जमा करा दी। इस तरह ठगों ने 7 बार में 1.32 लाख रुपए हड़प लिए।
(ठगी की उक्त पांचों घटनाओं के सम्बन्ध में पुलिस थानों में बुधवार को एफआइआर दर्ज हुई हैं)
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