आईएएस के पति ने मामले को लेकर बेंगलूरु के एक थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। वहीं प्रशिक्षु आईएएस स्तर पर भी उदयपुर पुलिस महानिरीक्षक बिनीता ठाकुर को प्रार्थना-पत्र देकर आवश्यक कार्रवाई की उम्मीद की है।
प्रशिक्षु आईएएस को सोमवार को मोबाइल पर खाता ब्लॉक होने का एक संदेश आया जिस पर अनब्लॉक का ऑप्शन भी दिया गया। इस पर क्लिक करते ही एक ओटीपी आया। इसको ऑनलाइन करते ही आईएएस टी शुभमंगला के सहकार नगर, बेंगलूरु स्थित एसबीआई के खाते से 3 लाख, 1 लाख 50 हजार और एक लाख 10 हजार रुपए तीन किस्तों में कट गए।
ये राशि क्रमश: मर्चेंट परचेजिंग गोल्ड वाउचर एवं आइएमपीएस रेफरेंस नंबर की खाता आइडी से काटी गई। खाते से राशि निकलने के बाद टी शुभमंगला ने इसकी सूचना उनके पति को दी, जिन्होंने बेंगलूरु मे बैंक शाखा और स्थानीय थाने की साइबर क्राइम सेल में मामला दर्ज करवाया। आईएएस ने मामले में उदयपुर आइजी को भी मेल किया। तत्पश्चात आईजी ने दिल्ली स्थित क्राइम शाखा में ठगी संबंधित जानकारी दी।
आम आदमी के साथ क्या होता होगा? पुलिस कार्रवाई में देरी को लेकर प्रशिक्षु आईएएस की ओर से कई सवाल खड़े करना भी चर्चा में है। घटना के बाद प्रशिक्षु आइएएस डॉ. टी शुभमंगला ने कहा कि आईएएस होकर उनके साथ ठगी हो गई।
ऐसे में आम आदमी के साथ किस-किस तरह के अपराध होते होंगे। ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने और आला अधिकारियों से बातचीत के बावजूद पुलिस ठगों तक नहीं पहुंच पा रही है। ऐसे में साधारण लोगों के साथ होने वाली ठगी का परिणाम क्या होता होगा।