तुंगा थाना क्षेत्र मे रहने वाली 55 वर्षीय बीना देवी ने तुंग थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। बीना देवी ने पुलिस को बताया कि उनका बैंक खाता एसबीआई बैंक में है। कुछ दिन पहले एटीएम के जरिए पांच हजार रुपए बैंक से निकाले लेकिन कैश नहीं मिला। इसकी शिकात बैंक में की तो बैंक ने जांच करने का आश्वासन दिया। लेकिन जब पांच से छह दिन में भी कार्रवाई नहीं हुई तो परिवार के सदस्य ने आॅनलाइन जाकर कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया। जो नंबर मिला उस नंबर पर बात की तो काॅल रीसिव करने वाले ने ऐनी डेस्क एप डाउनलोड कराया और खाते से दो लाख चालीस हजार रुपए और निकाल लिए। जांच करने पर बांद में पता चला कि ये नंबर ठगों के थे। अब पांच हजार की शिकायत दूर नहीं हुई उपर से दो लाख चालीस हजार रुपए और साफ हो गए।
मालपुरा गेट निवासी शैलेष को लाॅटरी लगने का झांसा देकर ठगा गया। पुलिस ने बताया कि शैलेष ने कुछ समय पहले #Online-Fraud आॅनलाइन खरीदारी की थी। उसके बाद किसी का फोन आया और उसने बताया कि आपने आॅनलाइन खरीदारी की है आप कंपनी के लक्की कस्टमर हैें। आपको सोलह लाख रुपए की लाॅटरी लगी है। लेकिन कुछ जरुरी खर्च जमा कराने होंगे जो बाद में लाॅटरी अमाउंट के साथ खाते में डाल दिए जाएंगे। शैलेष बातों में आ गया। उसके बाद तीन से चार बार में खाते से तीन लाख अस्सी हजार रुपए ठगों के खातों मे जमा करा दिए। उसके बाद भी लगातार रुपयों की मांग होती रही तो शैलेष को शक हुआ। बातचीत की तो पता चला कि साइबर ठगों ने खाता साफ करा दिया।
उधर चित्रकूट थाना इलाके में रहने वाले रवि मोदानी ने प्रीमियम मोबाइल नंबर लेने के लालच में करीब चालीस हजार रुपए गंवा दिए। बताया गया है कि ठगों ने बड़ी कंपनी का प्रतिनिधी बनकर फोन किया और 9999999999 समेत इसी तरह के अन्य कई नंबर बेचने की पेशकश की। रवि को जब भरोसा होने लगा तो कंपनी के खर्च के अनुसार उसने रुपए जमा करा दिए। दो बार में करीब चालीस हजार रुपए जमा कराने के बाद जब शक हुआ तो उसने एयरटेल कंपनी में बात की। पता चला कि इस तरह की कोई स्कीम कंपनी ने नहीं दी है।
प्रता नगर क्षेत्र में रहने वाले बजरंग श्रीमाल के खाते सोलह हजार से ज्यादा रुपए साफ हो गए। ठग ने बैंक प्रतिनिधी बनकर फोन किया और बताया कि क्रेडिट कार्ड में गलत अमाउंट जुड गया। उसे क्लियर करना होगा। श्रीमाल ने ठग के कहे अनुसार अपने मोबाइल नंबर पर आए मैसेज का ओटीपी उसे बताया। उसने तुरंत सोलह हजार रुपए खाते से निकाल लिए। अगले ट्रांजेक्शन से पहले श्रीमाल के पास मैसेज आया तो उसने अपना अकाउंट बंद कराया।