चोट लगी और… तौबा ही कर ली सुभाष चौक थाने में तैनात एएसआइ सूबेसिंह पिछले साल 13 अक्टूबर को सुबह ब्रह्मपुरी थाने के पास एटीएम बूथ पर रुपए निकलवाने गए। वहां मौजूद 4 में से एक युवक मशीन से रुपए निकालने का स्वांग कर रहा था। सूबेसिंह ने जैसे ही कार्ड डाला, विंडों हैक हो गई और रुपए नहीं निकले। घर पहुंचे तो 40 हजार रुपए खाते से निकलने का मोबाइल पर मैसेज नजर आया। अब सूबेसिंह कहते हैं, आए दिन ठगी हो रही है। मैंने तो ठगी के बाद से एटीएम कार्ड बंद ही करा दिया। तय कर लिया है कि जब भी रुपए चाहिए, बैंक जाकर ही लाऊंगा।
मंडी खटीकान निवासी विमला ने गलता गेट पर मकान लिया था। इसके लिए जवाहरनगर में एक बैंक से लोन लेते समय वहां मौजूद 2 कर्मियों ने क्रेडिट कार्ड के लिए भी आवेदन ले लिया। साथ में आधार और पैन कार्ड की प्रतिलिपि भी ली। पिछले साल जुलाई में क्रेडिट कार्ड आने के बाद 12 सितम्बर को बैंककर्मी बन किसी युवती ने फोन किया और कार्ड चालू करने के लिए 16 डिजिट के नंबर, सीवीवी नंबर और एक्सपायरी डेट ले ली। बाद में रुपए निकलने का मैसेज आने पर विमला बैंक गईं तो पता चला कि कार्ड से 1.90 लाख रुपए की ऑनलाइन शॉपिंग की गई है। अब विमला ने बताया कि फोन कॉल्स और क्रेडिट कार्ड जैसी चीजों से अब विश्वास उठ गया है। चपत लगी तब से क्रेडिट और एटीएम कार्ड बंद हैं। अब इन्हें चालू करने का कोई इरादा नहीं है।