कांस्टेबल के बैंक खाते से साइबर ठगों ने निकाले साढ़े पांच लाख रुपए
21 अप्रेल को है शादी

साइबर क्राइम रुकने का नाम नहीं ले रहा हैं। साइबर थाने में मामला दर्ज होने के बाद भी पीड़ितों की मदद नहीं हो पा रही हैं। ठगों के हौंसले इस कदर बुलन्द है कि वह पुलिसकर्मियों को भी अपना निशाना बनाने में लग गए हैं। जयपुर कमिश्नरेट पुलिस के कांस्टेबल कमलेश कुमार गुर्जर के बैंक खाते से करीब 5.50 लाख रुपए निकाल लिए। पीड़ित कांस्टेबल के पास इस दौरान न किसी जालसाज का फोन आया और न ही बैंक से रुपए निकलने का मैसेज। पीडि़त ने बेटियों की शादी के लिए पर्सनल लोन लिया था। अब कांस्टेबल जालसाजों द्वारा ठगी गई रकम वापसी के लिए बैंक के चक्कर लगा रहा है। बनीपार्क थाना पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर जालसाजों को तलाश रही है।
मूलत: कोटपूतली के नौरंगपुरा निवासी कांस्टेबल कमलेश कुमार जयपुर पुलिस लाइन में कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि 21 अप्रेल को बेटी सुमन और ममता की शादी है। शादी से पहले घर का काम करवाने और बेटियों की शादी के समय कोई अड़चन नहीं आए। इसलिए गत वर्ष 12 लाख रुपए लोन लिया था। बेटी की शादियों के लिए लोन की रकम पीतल फैक्ट्री स्थित एसबीआइ बैंक खाते में ही जमा थी।
इस तरह निकाले रुपए
कमलेश ने बताया कि 11 फरवरी को पुलिस लाइन के सामने स्थित एटीएम बूथ पर छह हजार रुपए निकालने गया। रुपए निकालकर वापस घर आ रहा था तब मोबाइल पर 11 लाख खाते में होना बताया। खाते में रुपए कम होने पर बैंक में जानकारी लेने पहुंचा, तब ठगी का पता चला। जालसाजों ने यूपीआइ के जरिए 10 फरवरी को 11 बार और 15 फरवरी को 12 बार में रकम निकाली। कुल 34 बार में 5 से 25 हजार रुपए बैंक खाते से निकाले गए।
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