पिता थाने पहुंचा... कहा दबंगों से डर है साहब, दूल्हे को बचा लेना... कहीं घोड़ी ही नहीं चढ़नें दे
शिवदासपुरा क्षेत्र के चंदलाई गांव में रहने वाले नेमीचंद की बेटी की शादी बुधवार को थी। बारात करेडा के नजदीक स्थित सावलियां गांव से चंदलाई गांव आनी थी। लेकिन शादी के कुछ दिन पहले नेमीचंद और उसका परिवार पुलिस के सामने पेश हुआ और कहा कि बेटी की शादी है। दंबग लोग माहौल खराब कर सकते हैं। दूल्हे के साथ भी कुछ भी हो सकता है। साहब सुरक्षा दें। पुलिस अफसरों तक मामला पहुंचा तो पुलिस ने सुरक्षा देने का वादा किया। बुधवार शाम को बाराती बारात बनाने को तैयार ही हुए थे कि इतने में ही शिवदासपुरा समेत कई थानों से पुलिसटीमें वहां आ पहुंची। महिला पुलिस के साथ ही कमांडोज भी थे। करीब चालीस से पचास पुलिसवालों की पूरी टीम की मौजूदगी में दूल्हा घोड़ी चढ़ा और विवाह स्थल तक पहुंचकर तोरण मारी। उसके बाद वरमाला तक पुलिसवाले वहां ठहरे। पुलिस अफसरों को देर रात पूरी रिपोर्ट सौंपकर पुलिसकर्मी अपने अपने थाने के लिए रवाना हुए। गौरतलब है कि पिछले दिनों शाहपुरा और चंदवाजी में दलित दूल्हों की बारात में हुए बवाल के बाद जयपुर समेत सभी जिलों मंे दलित दूल्हों की सुरक्षा के निर्देश जारी किए गए हैं।
शिवदासपुरा क्षेत्र के चंदलाई गांव में रहने वाले नेमीचंद की बेटी की शादी बुधवार को थी। बारात करेडा के नजदीक स्थित सावलियां गांव से चंदलाई गांव आनी थी। लेकिन शादी के कुछ दिन पहले नेमीचंद और उसका परिवार पुलिस के सामने पेश हुआ और कहा कि बेटी की शादी है। दंबग लोग माहौल खराब कर सकते हैं। दूल्हे के साथ भी कुछ भी हो सकता है। साहब सुरक्षा दें। पुलिस अफसरों तक मामला पहुंचा तो पुलिस ने सुरक्षा देने का वादा किया। बुधवार शाम को बाराती बारात बनाने को तैयार ही हुए थे कि इतने में ही शिवदासपुरा समेत कई थानों से पुलिसटीमें वहां आ पहुंची। महिला पुलिस के साथ ही कमांडोज भी थे। करीब चालीस से पचास पुलिसवालों की पूरी टीम की मौजूदगी में दूल्हा घोड़ी चढ़ा और विवाह स्थल तक पहुंचकर तोरण मारी। उसके बाद वरमाला तक पुलिसवाले वहां ठहरे। पुलिस अफसरों को देर रात पूरी रिपोर्ट सौंपकर पुलिसकर्मी अपने अपने थाने के लिए रवाना हुए। गौरतलब है कि पिछले दिनों शाहपुरा और चंदवाजी में दलित दूल्हों की बारात में हुए बवाल के बाद जयपुर समेत सभी जिलों मंे दलित दूल्हों की सुरक्षा के निर्देश जारी किए गए हैं।