इतना ही नहीं, राजधानी में लो लाइन एरिया में भी सीवरेज की दिक्कत लम्बे समय से है। इसमें विद्याधर नगर, हसनपुरा, मालवीय नगर के इलाके आते हैं। मालवीय नगर द्रव्यवती नदी के किनारे बसी बस्तियों में सीवरेजलाइन का काम 2015—16 में शुरू होना था, लेकिन निगम ने ध्यान ही नहीं दिया।
खास—खास
—लो लाइन एरिया: कई कॉलोनियां और बस्तियां आती हैं। सीवरेज लाइन सही तरह से नहीं हैं। यहां पर छोटे—छोटे एसपीटी बनाकर शोधन किया जा सकता है।
—6000 किमी की लाइन में से 4500 किमी निगम सीमा क्षेत्र में है और 1500 किमी जेडीए सीमा क्षेत्र में। जेडीए के पास संसाधनों की कमी है।
—लो लाइन एरिया: कई कॉलोनियां और बस्तियां आती हैं। सीवरेज लाइन सही तरह से नहीं हैं। यहां पर छोटे—छोटे एसपीटी बनाकर शोधन किया जा सकता है।
—6000 किमी की लाइन में से 4500 किमी निगम सीमा क्षेत्र में है और 1500 किमी जेडीए सीमा क्षेत्र में। जेडीए के पास संसाधनों की कमी है।
आगे की तैयारी
जेडीए: पृथ्वीराज नगर से जेडीए को 1200 करोड़ रुपए से अधिक नियमन शिविरों से मिले हैं। जेडीए ने यहां सीवरलाइन बिछाने की योजना बनाई है। 730 करोड़ रुपए से 10 लाख की आबादी को फायदा होगा। प्रथम चरण का काम शुरू हो गया ह। पृथ्वीराज नगर दक्षिण में 185 करोड़ रुपए के काम होंगे। 50 करोड़ रुपए के काम शुरू हो गए हैं। 40 से अधिक कॉलोनियों और एक लाख से अधिक की आबादी को फायदा होगा।
जेडीए: पृथ्वीराज नगर से जेडीए को 1200 करोड़ रुपए से अधिक नियमन शिविरों से मिले हैं। जेडीए ने यहां सीवरलाइन बिछाने की योजना बनाई है। 730 करोड़ रुपए से 10 लाख की आबादी को फायदा होगा। प्रथम चरण का काम शुरू हो गया ह। पृथ्वीराज नगर दक्षिण में 185 करोड़ रुपए के काम होंगे। 50 करोड़ रुपए के काम शुरू हो गए हैं। 40 से अधिक कॉलोनियों और एक लाख से अधिक की आबादी को फायदा होगा।
हैरिटेज नगर निगम: शास्त्रीनगर में सात करोड़ से सीवरलाइन बदली जाएगी। शनिवार को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इन कार्यों का शिलान्यास किया।खाचरियावास ने कहा कि शास्त्री नगर के विभिन्न बस्तियों में काम चल रहे हैं। जेपी कॉलोनी, सुंदर नगर में सीवरेजलाइन का काम होने से 25 हजार की आबादी को फायदा मिलेगा।
इधर, बेरिकेड्स हटाए, जा गिरी गाड़ी मिशन कम्पाउंड में सीवर लाइन लीकेज होने से क्षतिग्रस्त हुई सड़क में शुक्रवार रात को एक गाड़ी जा गिरी। दो दिन से हैरिटेज नगर निगम की ओर से यहां सीवर लाइन को सही करने का काम चल रहा था। यहां लगे बेरिकेड्स को हटा दिया गया था, लेकिन गड्ढे को भरने का काम नहीं किया। हालांकि, हादसे में किसी को चोट नहीं आई। लेकिन गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस ने आकर गाड़ी को बाहर निकलवाया।