जेकेके में खिला ओडिसी और कथक नृत्य का सौन्दर्य
जयपुरPublished: Mar 15, 2019 09:00:09 pm
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ डांस एंड म्यूजिक की ओर से जवाहर कला केंद्र के रंगायन में आयोजित नेशनल डांस फेस्टिवल के मंच पर ओडिसी और कथक नृत्य का सौन्दर्य खिल उठा।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ डांस एंड म्यूजिक की ओर से जवाहर कला केंद्र के रंगायन में आयोजित नेशनल डांस फेस्टिवल के मंच पर ओडिसी और कथक नृत्य का सौन्दर्य खिल उठा। मौका था, फेस्टिवल के तहत आयोजित ओडिसी नृत्य गुरु गजेंद्र पंडा और कथक नृत्यांगना डॉ.स्वाति अग्रवाल की नृत्य प्रस्तुतियां का। कार्यक्रम में कथक और ओडिसी के अलावा राजस्थान के चिरमी, मंजीरा, गींदड़ और पणिहारी जैसे लोक नृत्यों की प्रस्तुति भी गई। इस मौके पर दोनों ही कलाकारों ने अपनी भाव—भंगिमाओं के जरिए दर्शकों को अभिभूत कर दिया। करीब तीन घंटे चले कार्यक्रम में जहां कथक नृत्य में जयपुर की पारंपरिक बारीकियों को दर्शाया गया, वहीं ओडिसी नृत्य में भी दक्षिण भारतीय मंदिरों की संस्कृति को बखूबी सजाया गया।इस मौके पर संगीत के क्षेत्र में भारत का नाम रोशन करने वाले पद्मभूषण पं. विश्वमोहन भट्ट, कथक के जयपुर घराने के वरिष्ठ नृत्य गुरु पं. गिरधारी महाराज और शास्त्रीय गायिका व राजस्थान यूनिवर्सिटी के म्यूजिक डिपार्टमेंट की पूर्व हैड प्रो. सुमन यादव को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया।