Dr.Web की रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ एप्स ऐसे हैं, जो बैंकिंग ट्रोजन मैलवेयर के साथ आते हैं। YoBit Trading प्ले स्टोर पर मौजूद ऐसा ही एप था, जो खुद को YoBit क्रिप्टो एक्सचेंज का आधिकारिक एप बताता है। हालांकि अगर कोई यूजर इसे डाउनलोड करता है तो यह डिवाइस के सभी यूजर क्रेडेंशियल चुरा लेता है। इसके अलावा फैमिली मेंबर्स को ट्रेक करने के लिए दिया गया Encontre Mais नाम का एप भी ट्रोजन के साथ आता है। यह टेक्स्ट मेसेज के जरिए यूजर के डिवाइस से सेंसिटिव डेटा चुरा लेता है।
वहीं, गूगल प्ले स्टोर ने ऐसे एप्स की सूची जारी है जो स्मार्टफोन यूजर्स के लिए घातक साबित हो सकते हैं। इन एप में फील कैमरा एचडी, फिल्टर फोटो फ्रेम, लैंस फ्लेयर्स, मैजिक इफेक्ट, क्यूआरकोड स्कैनर, सुपर मार्क, फोटो इफेक्ट प्रो, आर्ट फिल्टर, लाइ डिटेक्टर, न्यू हेयर फैशन, मैग्निफायर प्रो, मैग्निफाइंग ग्लास प्रो, कट कट मिक्स प्रो, गैलेक्सी ओवरले, कलर स्पलेश फोटो इफेक्ट, एज फेस, फोटो ब्लर, फस्र्ट कैमरा, प्रेटीमेकर अप फोटो आदि शामिल हैं।
इन एप्स में से कुछ एप तो ऐसे हैं जो मैलिसियस हैं। ये नुकसान पहुंचाने वाले एप HiddAd कैटेगरी में आते हैं। ये एप पहली बार स्मार्टफोन पर इंस्टॉल होने के बाद अपना आइकॉन छुपा लेते हैं और स्क्रीन पर शॉर्टकट क्रिएट कर देते हैं। इनका मकसद होता है कि यूजर एप को फोन से रिमूव न करें। जब यूजर शॉर्टकट के जरिए एप को लॉन्च करता है तो स्क्रीन पर फुल स्क्रीन एड दिखाया जाता है। बाकी एप असल में एडवेयर हैं जो यूजर के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे YouTube, Facebook और दूसरे प्लेटफॉर्म पर विजिट के दौरान इंस्टॉल हो जाते हैं।
गूगल प्ले स्टोर पर पहली झलक में यह पता कर पाना बेहद मुश्किल है कि कौन-सा एप खतरनाक है और कौन-सा नहीं। अपने डिवाइस को इन एप्स से बचाने के लिए आपको कुछ बातें ध्यान रखना बेहद जरूरी है। जब कभी भी कोई एप डाउनलोड करें तो इस बात का ध्यान रखें कि यह ऑफिशियल डवलपर ने बनाई हो। डवलपर का नाम और इसके कॉन्टेक्ट अड्रेस को ध्यान से देखें। गूगल सर्च करके पुष्टि कर लें कि क्या यही इस एप का आधिकारिक डवलपर है, उसके बाद ही एप डाउनलोड करें।