बजरी पर कोर्ट की रोक (Court ban on gravel) के वावजूद इसका अवैध कारोबार (Illegal trading) धड़ल्ले से हो रहा है। बजरी काफी ऊंची कीमतों पर बिकने के कारण इसमें माफिया (Gravel mafia) भी सक्रिय हो गया है। कर्मचारी जब बजरी के अवैध कारोबार को रोकने का प्रयास करते हैं तो बाज नहीं आता है।
– अवैध बजरी परिवहन रोकने के प्रयास में तीन कर्मचारी घायल इटावा/कोटा। बजरी पर कोर्ट की रोक (Court ban on gravel) के वावजूद इसका अवैध कारोबार (Illegal trading) धड़ल्ले से हो रहा है। बजरी काफी ऊंची कीमतों पर बिकने के कारण इसमें माफिया (Gravel mafia) भी सक्रिय हो गया है। जिम्मेदार विभागों के कर्मचारी जब बजरी के अवैध कारोबार को रोकने का प्रयास करते हैं तो यह माफिया हमले करने से भी बाज नहीं आता है। ताजा मामला है इटावा थाना क्षेत्र में डडवाड़ा गांव के पास नोनेरा रोड पर शुक्रवार रात्रि खनन माफिया ने वन विभाग की टीम पर हमला (Attack on
forest department team) कर ट्रैक्टर ट्रोली छुड़ा ले गए। हमले में तीन वनकर्मी घायल हो गए।
थानाधिकारी मुकेश मीणा ने बताया कि साजिद अली पुत्र अब्दुल लतीफ सहायक वनपाल इटावा ने रिपोर्ट दी कि शुक्रवार देर रात वे चतुर्भुज शर्मा, राकेश कुमार, चंद्रप्रकाश नागर, बृजमोहन व जीप चालक के साथ इटावा रेंज में अवैध खनन पर निगरानी के लिए गश्त पर थे। देर रात करीब पौने दस बजे डड़वाडा के पास नोनेरा रोड पर पहुंचे तो सामने से बजरी भरी एक बिना नंबर की ट्रैक्टर-ट्रॉली आई। चालक से पूछताछ करने लगे तो वह ट्रॉली छोड़कर भाग गया। इसके बाद नोनेरा निवासी गौरीशंकर के साथ कार में आए करीब आधा दर्जन लोगों ने उन पर हमला कर दिया और ट्रॉली छुड़ाकर ले गए।
पुलिस ने किया मामला दर्ज
इस घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची व घायल वनकर्मियों को इटावा चिकित्सालय लाकर उपचार कराया। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वन विभाग के अधिकारी देवीशंकर मीणा ने बताया कि वनकर्मी राकेश के हाथ में फ्रैक्चर है व पैर में चोटें आई है। इसके अलावा ब्रजमोहन व चन्द्रप्रकाश भी घायल हुए।