यह है मामला दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने वर्ष 2011 में सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में आतंकी जियाहुर्र रहमान उर्फ वकास को वर्ष 2014 में अजमेर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया। पूछताछ में वकास ने इंडियन मुजाहिदीन के यासिन भटकल और असदुल्ला उर्फ हड्डी के गिरफ्तार होने के बाद आइएम का कमांडर तहसीन उर्फ मोनू को बनाया जाना बताया। उसने आतंकी तहसीन के देशभर में हमले की साजिश रचने की जानकारी भी दी थी। उसी ने बताया था कि जयपुर में मारूफ उर्फ इब्राहिम, मोहम्मद वकार और जोधपुर के साकिब को आइएम का नया सदस्य बनाया गया है। तहसीन ने जोधपुर में इन्हें आपस में मिलाया था और बताया था कि यही लोग दिल्ली में आतंकवादी हमलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इन लोगों को बम बनाने का प्रशिक्षण भी दिया गया है।
राजस्थान में गिरफ्तारी वर्ष 2014 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और राजस्थान एटीएस ने जयपुर के झोटवाड़ा से मारूफ उर्फ इब्राहिम को पकड़ा। इससे पैन ड्राइव, मोबाइल, आपत्तिजनक किताबों सहित अन्य दस्तावेज बरामद किए। मारूफ की सूचना पर जयपुर के प्रताप नगर से वकार, अजहर, मेहराजुद्दीन को गिरफ्तार किया। यहां से एक बैग में विस्फोटक सामग्री और अन्य उपकरण बरामद किए थे। इसके बाद आइएम के पूरे राजस्थान मॉड्यूल का खुलासा हुआ और कुल 13 लोग गिरफ्तार हुए थे। सभी गिरफ्तार लोगों को दिल्ली, जोधपुर, बीकानेर, अजमेर और जयपुर जेल में रखा गया।
सुनवाई के दौरान सभी गिरफ्तार आरोपियों को जयपुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। गिरफ्तार होने होने वालों में सीकर निवासी सज्जाद, आकिब, उमर, अब्दुल वाहिद गौरी, वकार, माजिद उर्फ अदास, जयपुर निवासी मारूफ, पाली निवासी वकार अजहर, जोधपुर निवासी साकिब अंसारी, बरकत अली, अशरफ अली खान, मशरफ इकबाल और बिहार निवासी अम्मार यासर है।