महिलाओं को झुलसी हालत में परिजन राडावास के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गए, जहां से गंभीर हालत में तीन महिलाओं को चौमूं रैफर कर दिया गया। तीनों का चौमूं के निजी बराला अस्पताल में उपचार जारी है। जानकारी के मुताबिक ग्राम जगतपुरा के जालियावाली ढाणी निवासी बक्साराम के मकानों के पास से 11 हजार केवी लाइन गुजर रही है।
उसके मकान के पास खेत में कड़ब के करीब 700 पुले रखे हुए थे। उसके खेत के चारों ओर तारबंदी भी हो रही है। इसी दौरान शाम करीब 5.30 बजे अचानक से 11 हजार केवी लाइन का तार टूटकर खेत की तारबंदी पर आ गिरा। जिससे उठी चिंगारियां पास में रखे कड़ब के पुलों में लग गई। कड़ब से आग की लपटें देखकर परिजन दौड़कर आग बुझाने पहुंचे। इसी दौरान तारबंदी के छूने से रुकमा देवी(75), मन्नी देवी (80), गुड्डी (18), पतासी (16) व एक अन्य महिला झुलस गई।
शोर शराबा सुनकर दौड़े परिजन सभी को राडावास पीएचसी लेकर गए, जहां से रुकमा देवी, मन्नी देवी व गुड्डी को चौमूं रैफर क दिया गया। हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने बिजली निगम के एईएन को फोन कर बिजली सप्लाई बंद कराई। इधर, हादसे की सूचना पर डिप्टी स्पीकर राव राजेन्द्र सिंह, तहसीलदार सूर्यकान्त शर्मा, अमरसर थाना प्रभारी उदय सिंह, नायब तहसीलदार भीमसिंह सैनी समेत कई लोग मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
अभी विराटनगर के मालीवाला में घरों में करंट दौडऩे से एक महिला झुलस गई थी। 18 मौतों के बाद भी सबक नहीं सबसे अहम बात यह कि खातोलाई में ट्रांसफार्मर ब्लास्ट से एक के बाद एक 18 मौतें होने के बाद भी बिजली निगम के अधिकारी अभी नहीं चेत रहे। कहीं, लाइनें ढीली पड़ी है, तो कहीं ट्रांसफार्मरों खुले में रखे हैं। इससे शाहपुरा व विराटनगर में बिजली निगम के घटिया की कलई खुल रही है।