प्रयास सफल रहा, काम अब भी जारी
पाली में सड़क हादसे व इनसे मौत का आंकड़ा कम करने का प्रयास किया। हाईवे पर काफी काम किए, यह सफल रहा। जिला प्रशासन व पुलिस के सहयोग से यह काम अब भी जारी है। अब पाली का यह मॉडल पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा है। यह पाली के लिए गौरव की बात है। -प्रवीणा चारण, आरटीओ पाली
फोरलेन : 29 ब्लैक स्पॉट थे, अब दस
पाली में ब्यावर-पिंडवाड़ा फोरलेन, बर-जोधपुर फोरलेन, जोधपुर-पाली फोरलेन के अलावा आधा दर्जन से अधिक मेगा हाईवे हैं। यहां 29 से अधिक ब्लैक स्पॉट थे, जिन्हें अब दस कर दिया गया है। सुबह जल्दी गांवों से दूध बेचने वालों के दूध ड्रम पर भी रिफ्लेक्टर लगाए गए।
हर जिले में अब इन पर होगा काम
- हाईवे पर एक्सीडेंट जोन के ब्लैक स्पॉट कम
- रोड इंजीनियरिंग में सुधार
- लोगों को रोड सेफ्टी के प्रति जागरूक करना
- कचरा पात्र, पेड़ों, मवेशियों व वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाना
- राष्ट्रीय राजमार्ग की गांवों से जुड़े मोड़ पर स्पीड ब्रेकर बनाना
- हाईवे से मवेशियों को हटाना, अवैध कट बंद करना
- धार्मिक आयोजन में पैदल यात्रियों के बैग पर रिफ्लेक्टर लगाना
- विद्यालय, गांव, ढाणी, पेट्रोलपंप कर्मी, ढाबा संचालकों को जागरूक करना