इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी शामिल होंगे। इसमें सबसे पहले राजस्थान में चुनाव जीतने के लिए रणनीति पर चर्चा होगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक व सचिन पायलट विवाद को भी सुलझाने की कोशिश की जाएगी। सभी प्रमुख नेताओं को तरजीह देने के साथ एकजुट होकर चुनाव में जाने का मंत्र भी दिया जाएगा।
कांग्रेस नेताओं की माने तो राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के पहले अब सभी नेताओं को एक जाजम पर लाने की कोशिश की जाएगी। प्रदेश में चुनाव के अब कुछ ही महीने बचे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच कलह से पार्टी को नुकसान पहुंचने का अंदेशा बना हुआ है। ऐसे में पार्टी कलह दूर कराने की आखिरी कोशिश में जुट गई है।
एक घंटे में पांच एमएम बारिश और ओले,अगले तीन घंटे में सात जिलों में बारिश का अलर्ट
गहलोत-पायलट के अलावा भी कई नेता हैं
राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मंगलवार को कोषाध्यक्ष पवन बंसल, अंबिका सोनी से मुलाकात की। इसके बाद रंधावा ने पत्रकारों के सचिन पायलट के सवाल पर कहा कि मेरे लिए राजस्थान में सिर्फ अशोक गहलोत और सचिन पायलट ही लीडर नहीं है। वहां कई अन्य लीडर भी हैं, जिनसे बातचीत हो रही है। पायलट के 15 दिन के अल्टीमेटम के सवाल पर रंधावा ने कहा कि इसका जवाब मुख्यमंत्री दे सकते हैं। पायलट को बैठक में बुलाने के सवाल पर रंधावा ने कहा कि पायलट भी कांग्रेस के नेता हैं।
इन मुददों पर चर्चा