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बाघों की राह में रोड़ा नहीं बनेगा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे

locationजयपुरPublished: Feb 26, 2020 05:18:39 pm

Submitted by:

jagdish paraliya

प्रदेश में पहली बार: मुकुंदरा में पांच किमी लंबा अंडरग्राउंड हाइवे का प्रस्ताव

Delhi-Mumbai Expressway will not be a hindrance in the way of tigers

For the first time in the state: five km long underground highway proposed in Mukundara

एनएचएआई ने किया बदलाव
सवाईमाधोपुर . केंद्र सरकार के भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनने वाला दिल्ली-मुंबई एक्सपे्रस वे अब बाघों की राह में रोड़ा नहीं बनेगा।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की ओर से मुकुंदरा के आस-पास के क्षेत्र में बाघों के स्वच्छंद विचरण को देखते हुए प्रोजेक्ट में बदलाव करते हुए मुकुंदरा में प्रदेश का पहला पांच किलोमीटर लंबा अंडरग्राउंड हाइवे बनाने का फैसला लिया है। एनएचएआइ की ओर से इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। पूर्व में इसमें दरा एवं भवानीमंडी का एरिया शामिल किया गया था। अब रूट में बदलाव किया गया है।
वन विभाग ने जताई थी आपत्ति
– आठ लेन का हाइवे प्रस्तावित था, लेकिन वन्यजीवों के विचरण में दखल की आशंका के चलते वन विभाग ने एनओसी नहीं दी।
– वनाधिकारियों ने एक्सप्रेस वे के रूट में बदलाव करने व अन्य विकल्पों को तैयार करने के लिए कहा।
ऐसा होगा हाइवे
अब रणथम्भौर के बफर जोन इंद्रगढ़ के एक किमी दूर से निर्माण होगा।
इंद्रगढ़ व लाखेरी के बीच भी बफर जोन की सीमा से एक किमी दूरी से निर्माण।
अब दो टाइगर रिजर्व व एक अभयारण्य (रणथम्भौर-मुकुंदरा व रामगढ़ विषधारी अभयारण्य) का कॉरिडोर नहीं टूटेगा।
१०० मीटर की होगी चौड़ाई
६-१५ फीट तक होगी ऊं चाई
६.७ फीट की ऊंचाई होगी बिना अंडरपास वाली जगहों पर
३२८.४४ किमी होगी कुल लंबाई
सवाईमाधोपुर की ३ तहसीलों के 32 गांव, कोटा की ४ तहसीलों के ६६ गांव, अलवर की ३ तहसीलों के 56 गांव, भरतपुर की एक तहसील के 4 गांव, टोंक की एक तहसील के 9 गांव व बूंदी की एक तहसील के 20 गांव हाइवे की सीमा में आएंगे।
पत्रिका ने उठाया था मुद्दा
राजस्थान पत्रिका ने पूर्व में २५ दिसबर २०१८ को ‘दिल्ली-मुंबई के बीच नया एक्सप्रेस वे बनेगा बाघों की राह में रोड़ाÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर मामले को प्रमुाता से उठाया था।
एनएचएआई ने टनल निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया है। इससे बाघों व अन्य वन्यजीवों का विचरण प्रभावित नहीं होगा।
आनंद मोहन, सीसीएफ, मुकुंदरा रिजर्व

हमने आपत्ति जताई थी। अब बफर जोन से एक किमी दूर से हाइवे निर्माण व मुकुंदरा में टनल का निर्माण करना प्रस्तावित है।
जीवी रेड्डी, पीसीसीएफ, जयपुर
राष्ट्रीय बाघ प्राधिकरण ने मांगी रिपोर्ट
कुंभलगढ़ को टाइगर रिजर्व घोषित करने का मामला
उदयपुर.कुंभलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य को टाइगर रिजर्व घोषित करने के संबंध में पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने राजस्थान के मुख्य वन्यजीव अधीक्षक से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। सेवानिवृत्त मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव राहुल भटनागर ने बताया कि इस संबंध में प्राधिकरण के एआइजी वैभव माथुर ने मुख्य वन्यजीव अधीक्षक को भेजे पत्र में बताया कि गत दिनों राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की 17 वीं बैठक में राज्यसभा सांसद हर्षवर्धनसिंह डूंगरपुर ने राज्य में बाघों की बढ़ती आबादी को समायोजित करने के लिए कुंभलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य को टाइगर रिजर्व के रूप में घोषित करने का सुझाव दिया था। माथुर ने अन्य संबद्ध अनुकूलताओं के परिप्रेक्ष्य में विस्तृत रिपोर्ट भिजवाने को कहा है।

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