मौसम विभाग के निदेशक शिव गणेश के अनुसार शनिवार को पूर्वी राजस्थान में एंटी साइक्लोन विकसित हुआ है। इससे हवाएं उत्तर-पूर्व की ओर से चलने लगी। इससे दिल्ली की हवाएं भी पूर्वी राजस्थान में आई हैं। इससे आसमान में एक किमी तक स्मॉग बन रहा है। इनमें दिल्ली की प्रदूषित हवा के साथ पूर्वी राजस्थान में दिवाली बाद पटाखों से छाया हुआ प्रदूषण भी शामिल है।
मौसम विशेषज्ञों की मानें प्रदूषित हवाएं दिल्ली से भरतपुर, धौलपुर, करौली, दौसा, जयपुर क्षेत्र में आई हैं। हवा की रफ्तार बढऩे के बाद यह हालात बने हैं। इधर प्रदूषित हवा आने के बाद जयपुर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 पार कर गया। विशेषज्ञों की मानें तो हल्की बूंदा-बांदी के बाद ही प्रदूषित हवा से निजात मिल सकती है।
जयपुर में भी दिखने लगा गुबार
जयपुर भी धीरे-धीरे स्मॉग की चपेट में आ रहा है। शुक्रवार शाम से लेकर शनिवार दिनभर शहर में हर जगह धुएं और धुंध का गुबार छाया रहा। तेज धूप के बीच शहर के मानसरोवर, वैशाली नगर, जेएलनएन मार्ग, मालवीय नगर, वैशाली नगर, में शाम तक दृश्यता कम नजर आई। इससे कई दिनों पहले पटाखों के धुएं से शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक पूरी तरह से बिगड़ा हुआ नजर आ रहा है। वहीं अब मौसमी परिवर्तन, हवाओं और गैसों के मिश्रण से शहर में गुबार देखने को मिल रहा है। शहर की हमेशा हरियाली में दिखने वाली झालाना की पहाड़ियां भी गुबार के चलते साफ नजर नहीं आई।
यह हो रह असर
— गले में धुएं की जलन
—आंख, नाक संबधी बीमारियों के मरीजों को एलर्जी
—अस्थमा के मरीजों को परेशानी
—क्रोनिक ओब्स्ट्रक्टिव पलमोनरी बीमारी के मरीजों को एलर्जी