तृतीय श्रेणी, वरिष्ठ अध्यापकों व वरिष्ठ शारीरिक शिक्षकों के स्थानांतरण की मांग
जयपुरPublished: Mar 01, 2021 10:18:35 pm
शिक्षकों ने किया प्रदर्शनअखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत ने दिया शिक्षकों को समर्थन
तृतीय श्रेणी, वरिष्ठ अध्यापकों व वरिष्ठ शारीरिक शिक्षकों के स्थानांतरण की मांग
तृतीय श्रेणी, वरिष्ठ अध्यापकों व वरिष्ठ शारीरिक शिक्षकों के स्थानांतरण की पक्षपातपूर्ण कार्रवाई के विरोध में राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ रेस्टा, राजस्थान शिक्षक संघ युवा, राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत, पुस्तकालय संघ के आह्वान पर सोमवार को शिक्षकों ने रैली निकाल कर प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को लेकर 22 गोदाम स्थित धरना स्थल पर धरना दिया। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत ने भी शिक्षकों की मांगों को अपना समर्थन दिया है। महासंघ एकीकृत के प्रदेशाध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा है कि शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने शिक्षा का केंद्र स्वयं के जिले तक ही सीमित कर दिया है । डोटासरा अपने ही जिले के वरिष्ठ अध्यापकों की स्थानांतरण सूचियां जारी कर रहे हैं। अन्य जिलों पर उनका कोई ध्यान नहीं है। इससे प्रदेश के तृतीय श्रेणीए वरिष्ठ अध्यापकों व वरिष्ठ शारीरिक शिक्षकों में अत्यधिक आक्रोश है। राठौड़ ने कहा कि इस प्रदर्शन के जरिए शिक्षक सरकार वरिष्ठ अध्यापकों एवं वरिष्ठ शारीरिक शिक्षकों के स्थानांतरण की सूचियों को शीघ्र जारी करने तथा तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया भी प्रारंभ करने की मांग कर रहे हैं। साथ ही इसके अलावा प्रतिबंधित जिलों की शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया को भी शीघ्र प्रारंभ किए जाने की मांग की जा रही है।
राठौड़ ने कहा कि टीएसपी क्षेत्र में कार्यरत शिक्षक वर्ष 2014 से अपने गृह जिले में जाने की मांग कर रहे हैं । उनसे वर्ष 2014 में ऑप्शन फॉर्म भी भरवाए लिए गए हैं, लेकिन उसके बाद भी आज तक उनके स्थानांतरण नहीं किएं। इससे शिक्षकों में काफी आक्रोश है। राठौड़ ने बताया कि शिक्षकों की मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री के ओएसडी देवाराम सैनी को ज्ञापन सौंपा तथा उन्होंने आश्वस्त किया कि शीघ्र ही शिक्षकों के स्थानांतरण नीति बना दी जाएगी तथा तृतीय श्रेणी शिक्षकों का विषय स्थानांतरण नीति के माध्यम से स्थानांतरित किया जाएगा शिष्टमंडल में आरसी जाखड़ शिक्षक संघ युवा भैराराम चौधरी शिक्षक संघ रेसला सहित पांच सदस्य ज्ञापन देने गए उन्होंने चेतावनी दी कि जल्दी से जल्दी शिक्षकों की स्थानांतरण नीति बनाए अन्यथा दोबारा रणनीति बनाकर आंदोलन किया जाएगा।