जनवरी 2020 से फ्रिज किए गए मंहगाई भत्ते को बहाल करने की मांग
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को को भेजा ज्ञापन
केंद्रीय कार्मिकों के फ्रीज किए डीए का प्रभाव राजस्थान के सभी कार्मिकों,शिक्षकों और पेंशनरों पर भी पड़ रहा है । प्रदेश में भी केंद्र की तरह जनवरी 2020 से बढ़े महंगाई भत्ते की तीनों किश्तों के भुगतान के आदेश नहीं हुए हैं। ऐसे में अब राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा है और जनवरी 2020 से फ्रीज किए गए महंगाई भत्ते को बहाल करने की मांग की है। वहीं राजस्थान प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक संघ ने इस संबंध में मुख्यमंत्रीको ज्ञापन भेजा है। शिक्षक संघ राष्ट्रीय के महामंत्री अरविन्द व्यास ने ज्ञापन मेंआग्रह किया है कि आगामी जुलाई 2021 को पुन: बढऩे वाले डीए की घोषणा के साथ विगत जनवरी 2020 से जनवरी 2021 तक के बकाया डीए बहाल करने के आदेश पारित करवाकर देश और प्रदेश के शिक्षकों, कर्मचारियों तथा पेंशनरों को राहत प्रदान करवाई जाए और यदि फ्रीज किए गए डीए एरियर के भुगतान की घोषणा भी की जाती है तो सम्पूर्ण कर्मचारियों को राहत मिलेगी।
वहीं ाजस्थान प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक संघ के महामंत्री महेंद्र पांडे का कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से 1 जनवरी 2020 से 30 जून 2021 तक का डीए फ्रीज रखा गया है। डीए फ्रीज करने से 7वें वेतनमान में भी बढ़ोतरी नहीं हुई है। 7वें केंद्रीय वेतनमान में डीए 25 फीसदी पार होने पर एचआरए में स्वत 24 से27 और 16 से 18 और 8 से 9 फीसदी बढ़ोतरी होने का प्रावधान है। डीए 1 जुलाई 2019 से 17 फीसदी बढ़ कर 1 जनवरी 2020 से 21 फीसदी होना था। केंद्र की तरह राजस्थान सरकर ने भी डीए फ्रीज कर ररखा है। राज्य सरकार की ओर से दिए जाने वाले डीए के 25 फीसदी पार होने पर एचआरए में स्वत 18 से 18 फीसी और 8से 9 फीसदी की बढ़ोतरी होनी तय है। डीए में 1 जनवरी 2020 ससे 1 जुलाई 2020 से नियमित बढ़ोतरी होने पर एचआरए में स्वत ही एक जुलाई 2020 से बढ़ोतरी बनती है। डीए फ्रीज करने से देश में महंगाई के साथ मकान किराए में बढ़ोतरी हुई है। इसे देखते हुए ही अब शिक्षक संगठन एक जुलाई 2020 से सूचकांक के अनुसार डीए में बढ़ोतरी के आदेश के साथ ही एक जुलाई 2020 से 25 फीसदी डीए के साथ एचआरए में स्वत बढ़ोतरी का लाभ दिए जाने की मांग कर रहे हैं।