सचिन पायलट ने कहा कि समय रहते इसका जल्द से जल्द निराकरण होना जरूरी था, क्योंकि संख्या बल दिखाने और जनाधार बताने का सबसे बड़ा माध्यम विधानसभा है।
सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय का सबको स्वागत करना चाहिए, इसके साथ ही पायलट ने कहा कि इस निर्णय से इतने दिनों से जो खींचतान महाराष्ट्र में चल रही थी, उस पर विराम लगेगा और जिसके पास संख्या बल होगा उसकी जीत हो जाएगी।
डिप्टी सीएम पायलट ने ये भी कहा कि जिस तरह से महाराष्ट्र में राजनीति को लेकर इतने दिनों से बाड़ेबंदी, विधायकों की जोड़तोड़ और खरीद-फरोख्त के आरोप लग रहे थे, उससे देश के लोकतंत्र को नुकसान हुआ है।
पायलट ने कहा कि सरकार का निर्माण जनता की सेवा करने के लिए होता है ना कि सत्ता की भूख पूरी करने के लिए। बता दें कि कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना ने महाराष्ट्र में देवेन्द्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाने के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी।
जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मंगलवार को फैसला दिया कि बुधवार शाम 5 बजे तक विधायकों को शपथ दिलाई जाए। साथ ही शाम 5 बजे के बाद फ्लोर टेस्ट कर लिया जाए।सुप्रीम कोर्ट ने इसके लिए प्रोटेम स्पीकर चुनने और प्रोटेम स्पीकर को ही टेस्ट कराने का अधिकार दिया है।