इस मौके पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के महासचिव अशोक गहलोत ने सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री Narendra Modi ने कहा था कि दूसरों को 76 साल मिले हैं, मुझे सिर्फ 50 दिन दीजिए। मैं बताऊंगा कि किस तरह नक्सलवाद-आतंकवाद खत्म होगा, नकली नोट और कालाधन समाप्त होगा। अब प्रधानमंत्री देशवासियों को बताएं कि नोटबंदी के क्या-क्या फायदे हुए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को देशवासियों से माफी मांगनी चाहिए। कहना चाहिए कि नए-नए प्रधानमंत्री बने थे, इसलिए उनकी समझ में कुछ नहीं आया और उन्होंने ऐसा कदम उठा लिया। गहलोत के इस बयान से कई भाजपा कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है।
गहलोत ने सवाल उठाया कि नोटबंदी में मारे गए 120 लोगों की मौत का कसूरवार कौन है। क्या इन मौतों की जांच करवाई गई? मुआवजा दिया गया? कांग्रेस नेता ने कहा कि यह सरकार रिजर्व बैंक से लेकर सीबीआइ, सीवीसी, चुनाव आयोग, न्यायपालिका जैसे सभी स्वायत्त संस्थानों को बर्बाद करना चाहती है।
कांग्रेस ने लगाया आरोप, नोटबंदी से बर्बाद हुई देश की अर्थव्यवस्था
जयपुर। कांग्रेस ने नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद होने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को यहां सिविल लाइंस फाटक पर विरोध प्रदर्शन किया। नोटबन्दी को दो साल पूरे होने पर हुए प्रदर्शन के दौरान सभा भी हुई। इसमें नेताओं ने कहा कि नोटबंदी के बाद देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई। छोटे उद्योग-धंधे बंद हो गए, आर्थिक मंदी के कारण धनतेरस और दीपावली भी फीकी रही। आर्थिक मंदी से हर कोई परेशान है। इस दौरान हजारों नौजवानों और किसानों ने आत्महत्या कर ली लेकिन प्रधानमंत्री नोटबंदी पर एक शब्द भी नहीं बोले।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री सीपी जोशी ने कहा कि सपने दिखाकर, झूठ बोलकर प्रधानमंत्री ने नोटबंदी थोपी। उसके परिणाम पूरी तरह नकारात्मक रहे। आज बैंकों का एनपीए बढ़ गया है। जनता की सुनने वाला कोई नहीं है। प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था चौपट करने के लिए जिम्मेदार कौन है। शहर जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि कांग्रेस राजस्थान में 180 से ज्यादा सीटें जीतेगी। एआइसीसी के आह्वान पर जयपुर शहर कांग्रेस की ओर से आयोजित इस धरने में पूर्व सांसद महेश जोशी, पूर्व मंत्री बृजकिशोर शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा, पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल भी मौजूद थे।