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मंदी के बावजूद आईपीएल की ब्रांड वैल्यू सात फीसदी बढ़ी…. 47 हजार करोड़ को पीछे छोड़ा

locationजयपुरPublished: Sep 19, 2019 06:57:29 pm

Submitted by:

Satish Sharma

देश में जहां मंदी के दौर की बाते सामने आ रही हैं वहीं वैश्विक स्तर पर क्रिकेट का पर्याय बन चुकी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की ब्रांड वैल्यू सात फीसदी बढ़कर 47 हजार 500 करोड़ रुपए हो गई है।

मंदी के बावजूद आईपीएल की ब्रांड वैल्यू सात फीसदी बढ़ी.... 47 हजार करोड़ को पीछे छोड़ा

मंदी के बावजूद आईपीएल की ब्रांड वैल्यू सात फीसदी बढ़ी…. 47 हजार करोड़ को पीछे छोड़ा

New Delhi । दुनिया की बहुचर्चित ट््वंटी-20 Indian Premier League (IPL) देश की अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बावजूद अपनी लोकप्रियता के चरम पर है और गत वर्ष की तुलना में मौजूदा वर्ष 2019 में उसकी ब्रांड वैल्यू सात फीसदी बढ़कर 47,500 करोड़ रुपए पहुंच गई है।
2018 में थी 41,800 करोड़ ब्रांड वैल्यू
वैश्विक सलाहकार कंपनी डफ एंड फेल्प्स की IPL की ब्रांड वैल्यूएशन को लेकर गुरूवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2018 में जहां भारत में खेली जाने वाली ट््वंटी-20 लीग की ब्रांड कीमत 41,800 करोड़ रुपए थी वहीं वह वर्ष 2019 में 47,500 करोड़ रुपए पहुंच गई। यह बढ़ोतरी तब दर्ज की गई है जब देश की अर्थव्यवस्था में सुस्ती का दौर है।
Mumbai को सबसे अधिक फायदा
आईपीएल की फ्रेंचाइजियों को भी इस वृद्धि का फायदा मिला है और उसकी सबसे सफल टीम तथा मौजूदा सत्र में चैंपियन बनी नीता अंबानी के मालिकाना हक वाली Mumbai indians ने इसका सबसे अधिक फायदा उठाया है जिसकी ब्रांड वैल्यू में 8.5 फीसदी बढ़ोतरी हुई है जो 809 करोड़ रुपए है। वहीं कोलकाता नाइटराइडर्स और लीग की फिसड्डी टीम विराट कोहली की कप्तानी वाली royal challengers bangalore की ब्रांड वैल्यू 8-8 फीसदी बढ़ी है जो 630 करोड़ रुपए और क्रमश: 595 करोड़ रुपए है। हालांकि अन्य टीमों मुुंबई, चेन्नई और अपने प्रदर्शन से चौंकाने वाली दिल्ली कैपिटल्स की तुलना में यह कम है।
chennai super kings भी ट्रैक पर
महेंद्र ङ्क्षसह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई की ब्रांड वैल्यू 13.1 फीसदी बढ़ी है जिससे यह 732 करोड़ रुपए पहुंच गई है। दो वर्ष के निलंबन के कारण हालांकि चेन्नई की ब्रांड वैल्यू में कुछ कमी आई थी लेकिन इस सत्र में वापसी कर रही चेन्नई ने काफी जल्दी ट्रैक पर वापसी कर ली है। आईपीएल की सबसे युवा टीम सनराइजर्स हैदराबाद ने भी बढ़ोतरी दर्ज की है जबकि दिल्ली कैपिटल्स के नए नाम से उतरी दिल्ली फ्रेंचाइजी की ब्रांड वैल्यू में नौ फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस वर्ष आईपीएल के विज्ञापनों में 20 फीसदी वृद्धि हुई है जिसने हाल ही में पेटीएम को अपना टाइटल प्रायोजक बनाया है। लीग के ओवरऑल वैल्यू में करीब 13.5 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गयी है।
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