गोविंददेवजी मंदिर में रास पूर्णिमा उत्सव मनाया जाएगा। सुबह ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक होगा। ठाकुरजी को सुनहरे पारचे की पोशाक धारण करवाकर विशेष अलंकार और फूलों से शृंगार किया जाएगा। मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि रात को 8 बजे से 8.15 बजे तक रास पूर्णिमा की विशेष झांकी सजाई जाएगी। इसमें खाट सजाया जाएगा, जिस पर चौसर, शतरंज की झांकी सजाई जाएगी। ठाकुरजी को दूध, पान, इत्र, आदि सेवा में अर्पण होगा।
पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज में रास पूर्णिमा उत्सव का आयोजन किया जाएगा। संध्या आरती के समय दीपदान किया जाएगा। मंदिर प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि मंदिर में रास झांकी में चांदी के खिलौने सजाए जाएंगे। ठाकुरजी को धवलता के साथ पीत और नील पोशाक धारण करवाई जाएगी। मिष्ठान का भोग लगाया जाएगा। कोरोना के चलते लोग घरों में दीपदान करें, घर में घी के दीपक जलाए।
चांदनी चौक स्थित मंदिरश्री आनंदकृष्ण बिहारीजी में भी उत्सव का आयोजन किया जाएगा। पुजारी मातृप्रसाद शर्मा ने बताया कि सुबह ठाकुरजी का अभिषेक होगा। वहीं शाम को रास उत्सव में संकीर्तन किया जाएगा। ठाकुरजी को चन्द्रमुकुट धारण करवाया जाएगा। संध्या आरती में 51 दीपक जलाएंगे। इसके अलावा चौड़ा रास्ता स्थित मंदिरश्री राधा दामोदरजी, पुरानी बस्ती स्थित मंदिरश्री राधा गोपीनाथजी सहित अन्य मंदिरों में देव दिवाली के आयोजन होंगे।