देवेंद्र झाझरिया रियो पैरालंपिक में जैविलन थ्रोअर में भारत के लिए गोल्ड हालिस कर चुके हैं। देवेंद्र झाझड़िया के साथ पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान सरदार सिंह इस साल खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। तो वहीं राष्ट्रपति भवन में आयोजित सम्मान समाराेह कार्यक्रम में क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा और हरमनप्रीत कौर समेत 17 खिलाड़ियों को राष्ट्रपति कोविंद ने अर्जुन पुरस्कार दिए।
साल 2002 में कोरिया में हुए खेलों में उन्होंने जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। फिर 2003 में ब्रिटिश थ्रो, ट्रिपल जंप और शॉटपुट में 3 गोल्ड जीत वह सबकी नजरों में चढ़ गए। इसके बाद 2004 में एथेंस पैरा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता और 62.15 मीटर जेवलिन फेंक कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इसके 12 साल बाद रियो पैरालंपिक्स 2016 में देवेंद्र झाझरिया ने भाला फेंक स्पर्धा में अपने ही रिकॉर्ड में सुधार करते हुए 63.97 मीटर का प्रयास कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
1981 में राजस्थान के चूरू में पैदा हुए देवेंद्र जब महज आठ साल के थे, तब उनके साथ एक बड़ा हादसा हुआ था। एक पेड़ पर चढ़ने के दौरान एक इलेक्ट्रिक केबिल की चपेट में आ गए और उन्हें 11000 के वोल्ट का करंट लगा। हादसे के कारण उनका एक हाथ बुरी तरीके जख्मी हो गया। जिसे बाद में डॉक्टरों ने काट कर हटा दिया। बावजूद इसके झाझरिया ने हिम्मत नहीं हारी और इस मुश्किल हालातों में भी अपने लिए नया आयाम स्पाथिप करने में सफल रहे। गौरतलब है कि सरकार ने इसी माह 22 अगस्त को आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए खिलाड़ियों के नामों की घोषणा की थी।