जयपुर

पुष्कर में रोप-वे ट्रॉली से 50 फीट नीचे गिरा श्रद्धालु

पुष्कर की सावित्री पहाड़ी स्थित मंदिर में सोमवार को दर्शनार्थ जाते समय रोप-वे की ट्रॉली में बंदर घुसने से हड़कम्प मच गया। इस दौरान मची अफरा-तफरी में ट्रॉली में सवार बैंगलोर निवासी 54 वर्षीय श्रद्धालु करीब पचास फीट नीचे पहाड़ी पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया।

जयपुरOct 19, 2021 / 12:01 am

Gaurav Mayank

पुष्कर में रोप-वे ट्रॉली से 50 फीट नीचे गिरा श्रद्धालु

जयपुर। पुष्कर की सावित्री पहाड़ी स्थित मंदिर में सोमवार को दर्शनार्थ जाते समय रोप-वे की ट्रॉली में बंदर घुसने से हड़कम्प मच गया। इस दौरान मची अफरा-तफरी में ट्रॉली में सवार बैंगलोर निवासी 54 वर्षीय श्रद्धालु करीब पचास फीट नीचे पहाड़ी पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। प्राथमिक उपचार के बाद घायल को अजमेर रैफर किया गया है। उसके कमर व पैरों में चोट आई है।
जानकारी के अनुसार सोमवार की शाम करीब पांच बजे सावित्री पहाड़ी मंदिर पर अपने साथियों व परिजनों के साथ मंदिर दर्शन को जाते समय बीच मार्ग में टावर पर बैठे एक बंदर ने अचानक रोप-वे ट्रॉली में छलांग लगा दी। इससे टॉली में बैठे बैंगलोर के श्रद्धालुओं में हड़कम्प मच गया। इनमें से 54 वर्षीय जयन्त नायक करीब पचास फीट नीचे पहाड़ी पर गिरकर बुरी तरह से घायल हो गया। सूचना मिलने पर रोप-वे संचालकों की टीम व काफी संख्या में युवकों ने मौके पर पहुंचकर घायल को पुष्कर चिकित्सालय पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर घायल श्रद्धालु को इलाज के लिए अजमेर रेफर किया गया।
आधे घंटे तक एम्बुलेन्स का इन्तजार

एम्बुलेन्स वाहन अजमेर होने के कारण रोगी को करीब आधे घंटे तक इंतजार करना पड़ा। डॉ. आर. के. गुप्ता ने बताया कि चिकित्सालय की छोटी एम्बुलेन्स में घायल को ले जाना संभव नहीं होने से108 वाहन का करीब आधे घंटे तक इन्तजार करना पड़ा। अजमेर से आने के बाद घायल को 108 वाहन से अजमेर के लिए रवाना किया गया।
बढ़ते बंदरों से रोप-वेे का जानलेवा सफर

पुष्कर की सावित्री पहाड़ी पर स्थित मंंदिर के आसपास, सीढिय़ों पर तथा रोप-वे के टावर पर काफी संख्या में बंदर बने रहते हैं। श्रद्धालुओं के हाथ में थैलियां, बैग व खाने-पीने का सामान देखते ही बंदर झपट पड़ते हैं। इससे श्रद्धालु घबरा कर चोटिल हो जाते हैं।
इनका कहना है-

रोप वे के लिए लगे टावर पर काफी बंदर बैठे रहते हैं तथा ट्रॉलियों पर झपटते रहते हैं। ट्रॉली पर बंदर ने झपट्टा मारा था जिससे श्रद्धालु नीचे गिरा है। ट्रॉली का दरवाजा बाहर से बंद रहता है। ट्रॉली में बैठी सवारी के गिरने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
अशरफ, तकनीकी संचालक, सावित्री पहाड़ी रोप-वे पुष्कर।
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