scriptविधानसभा में छलका मंत्री धारीवाल का दर्द, कहा : आठ साल केस लड़ा तब मिली चार बीघा जमीन | Dhariwa said in assembly: he fought case for 8 year for 4 bighas land | Patrika News

विधानसभा में छलका मंत्री धारीवाल का दर्द, कहा : आठ साल केस लड़ा तब मिली चार बीघा जमीन

locationजयपुरPublished: Feb 18, 2020 04:46:36 pm

राजस्थान विधानसभा में भू—प्रबंधन विभाग के अफसरों की कार्यप्रणाली पर यूडीएच मंत्री शांतिकुमार धारीवाल ने उठाए सवाल

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कमलेश अग्रवाल / जयपुर। राजस्थान विधानसभा ( Rajasthan Vidhansabha ) में भू प्रबंधन विभाग के अफसरों की कार्यप्रणाली पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ( Shanti Dhariwal ) ने सवाल खड़े कर दिए। धारीवाल ने आप बीती बताते हुए कहा कि कोटा की सैटलमेंट आफिसर ने उनकी आठ बीघा जमीन में से चार बीघा जमीन सिवायचक लिख दी। इसके बाद आठ साल तक मुकदमा लड़ा तब जमीन वापस मिल सकी।
इसी के साथ धारीवाल ने राजस्व भूमि बंदोबस्त की तरह से नगरीय क्षेत्र की अव्यवस्थित भूमि के अलग से एजेंसी बनाने से इनकार दिया। मुकदमें बाजी बढ़ने की संभावना बताते हुए धारीवाल ने कहा कि नगरीय निकाय के पास पूरा रिकार्ड होता है और अतिक्रमण होता है तो उसे हटाया भी जाता है।
नहीं खुली एक भी नंदीशाला

चौमूं के विधायक रामलाल शर्मा ने नंदीशाला को लेकर प्रश्न किया था। जिसके जवाब में कृषिमंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि 2019-20 के बजट में पंचायत समिति के स्तर पर नंदी शाला खोलने की घोषणा की थी लेकिन अब तक एक भी नंदीशाला स्थापित नहीं हुई है और जमीन या बजट आवंटन भी नहीं हुआ है। जिस पर विधायक रामलाल शर्मा नेक हा कि बजट आने में अब दो दिन शेष है ऐसे में बजट में अपना धर्म निभाते हुए ऐसी कोई घोषणा नहीं करेंगे जिसके अंदर बजट का प्रावधान नही हो।
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि 2019-20 के अब केवल 43 दिन शेष है और जमीन और बजट का आवंटन भी नहीं हुआ है तो माना जाना चाहिए कि बजट में जो घोषणा थी वह जनता के साथ छलावा थी। इस पर मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री और गोपालन मंत्री के साथ छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों का दौरा किया है ताकि योजना को सही तरह से बनाया जा सके और जमीन चिंहिंत करने का काम चल रहा है और दो महीने में योजना का खाका तैयार कर योजना लागू करने की विस्तृत रिपोर्ट देंगे।
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