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धारीवाल की टिप्पणी…हंगामा…धरना

locationजयपुरPublished: Feb 18, 2020 08:53:40 pm

Submitted by:

Prakash Kumawat

विधानसभा में मंगलवार को किसानों की आत्महत्या के मामले को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल की नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया पर की गई टिप्पणी से नाराज होकर भाजपा विधायक वेल में आ गए,फिर वाकआउट कर गए। इस बीच स्पीकर सीपी जोशी ने कृषि उपज मंडी संशोधन विधेयक को पारित करवा दिया। इससे नाराज होकर भाजपा सदस्य वाकआउट कर गए। इस बीच स्पीकर ने राजस्थान जन आधार प्राधिकरण विधेयक की कार्यवाही शुरू कर दी, तब तक भाजपा विधायक वापस सदन में लौट आए और सदन में शोर शराबा और हंगामा शुरू कर द

Dhariwal's comment ... ruckus ... picket

धारीवाल की टिप्पणी…हंगामा…धरना

धारीवाल की टिप्पणी…हंगामा…धरना
विधानसभा में मंगलवार को किसानों की आत्महत्या के मामले को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल की नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया पर की गई टिप्पणी से नाराज होकर भाजपा विधायक वेल में आ गए,फिर वाकआउट कर गए। इस बीच स्पीकर सीपी जोशी ने कृषि उपज मंडी संशोधन विधेयक को पारित करवा दिया। इससे नाराज होकर भाजपा सदस्य वाकआउट कर गए। इस बीच स्पीकर ने राजस्थान जन आधार प्राधिकरण विधेयक की कार्यवाही शुरू कर दी, तब तक भाजपा विधायक वापस सदन में लौट आए और सदन में शोर शराबा और हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष ने शोर शराबे के बीच दूसरे विधेयक को पारित करवा कर विधानसभा की कार्यवाही को बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। इसके विरोध में भाजपा सदन में ही धरने पर बैठ गए। उन्होंने 20 फरवरी को होनेवाले सीएम के बजट भाषण के विरोध की चेतावनी दे डाली। इसके बाद विधायकों ने वहां पर रामधुनी शुरू कर दी। प्रतिपक्ष की आपत्ति थी कि वे सदन में विधेयकों पर चर्चा करना चाहते थे लेकिन उन्हें बोलने का समय नहीं दिया गया और हंगामें में ही बिल पास करवा लिए गए। प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने घोषणा कर दी कि वे रात में भी धरना जारी रखेंगे। वहीं भोजन करेंगे और वहीं सोएंगे। अगर मुख्यमंत्री मार्शल के जरिए सदन से बाहर निकलवाते हैं तो बजट भाषण का बहिष्कार किया जाएगा। इसके बाद सत्ता पक्ष में हलचल हुई। सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी और उप मुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी सक्रिय हुए। उन्होंने यह व्यवधान समाप्त करने के लिए विपक्ष के सदस्यों से बातचीत शुरू की। इसके बाद वे विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के पास गए और बातचीत के बाद भाजपा के प्रतिनिधियों को बुलाया।
विधानसभा अध्यक्ष के कक्ष में भाजपा के राजेन्द्र राठौड़, किरण माहेश्वरी, ज्ञानचंद पारख और रालोपा के पुखराज गर्ग से बातचीत के बाद स्पीकर जोशी सदन में गए और नेता प्रतिपक्ष कटारिया तथा भाजपा सदस्यों को आश्वासन दिया कि उनकी विपक्ष को आहत करने की भावना नहीं थी, स्पीकर की समझाइश के बाद विपक्षी विधायकों ने धरना समाप्त कर दिया।
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