जाट समाज के आंदोलन की चेतावनी के मद्देनज़र सरकार ने कल समाज के प्रतिनिधियों को जयपुर में वार्ता के लिए बुलाया थाl लेकिन एक प्रमुख मांग पर गतिरोध बने रहने के कारण वार्ता विफल हो गईl भरतपुर-धौलपुर के जाट समाज को ओबीसी वर्ग में शामिल करने को लेकर राज्य सरकार की ओर से केंद्र को अनुशंसा पत्र लिखने की प्रमुख मांग पर दोनों पक्षों के बीच रजामंदी नहीं बन सकीl
इनके अलावा पूर्व में आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमों को वापस लिए जाने और वर्ष 2013 से 2017 तक की नौकरियों के आरक्षण के तहत समाज के युवाओं को नौकरी देने की मांग को मानने के लिए सरकार ने सकारात्मक रुख दिखाया थाl
भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक व जाट नेता नेम सिंह फ़ौजदार ने बताया कि सरकार ने जाट समाज के धैर्य की परिक्षा कई बार ली है, लेकिन अब उन्हें एक बार फिर आंदोलन करने को मजबूर किया गया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार जाट समाज को हल्के में ना ले।