scriptबारिश के मौसम में संक्रमण से बचें मधुमेह रोगी | Diabetes: Infection, Patient, Weather, Rain, Lifestyle | Patrika News

बारिश के मौसम में संक्रमण से बचें मधुमेह रोगी

locationजयपुरPublished: Jul 21, 2019 04:27:40 pm

Submitted by:

Anil Chauchan

Rainy Season अपने साथ Infection लाता है, जो लगभग सभी को प्रभावित करता है। Weather बदलते ही Diabetes से पीडि़त Patient के लिए इसका खतरा बढ़ जाता है। पिछले कुछ दशकों में, मधुमेह ने बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित किया है, खासकर जो एक अनियमित Lifestyle का नेतृत्व कर रहे हैं। India में मधुमेह रोगियों की संख्या सबसे अधिक है। लगभग Five Percent Indian Population आबादी Diabetes Patient है।

World Diabetes Day in bhilwara

World Diabetes Day in bhilwara

जयपुर . बारिश का मौसम ( rainy season ) अपने साथ संक्रमण ( Infection ) लाता है, जो लगभग सभी को प्रभावित करता है। मौसम ( Weather ) बदलते ही डायबिटीज ( Diabetes ) से पीडि़त मरीजों के लिए इसका खतरा बढ़ जाता है। पिछले कुछ दशकों में, मधुमेह ने बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित किया है, खासकर जो एक अनियमित जीवन शैली ( lifestyle ) का नेतृत्व कर रहे हैं। भारत ( India ) में मधुमेह रोगियों की संख्या सबसे अधिक है। लगभग पांच प्रतिशत भारतीय आबादी ( Five Percent Indian Population ) मधुमेह से प्रभावित है।
डॉ.पी.पी.पाटीदार ने बताया कि इस मौसम के दौरान, मधुमेह रोगियों को कवक और बैक्टीरिया के विकास से बचने के लिए अपने स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है। आइए हम आपको बताते हैं कि इस मौसम में स्वस्थ्य रहने के लिए आपको क्या ध्यान रखना चाहिए।

संक्रमण का खतरा -:
यहां तक कि एक स्वस्थ्य व्यक्ति को मानसून के दौरान संक्रमण का खतरा होता है, इसलिए मधुमेह के लोगों को इस मौसम में अधिक सतर्क रहना चाहिए। मधुमेह के रोगियों को स्ट्रीट वेंडर से खाद्य पदार्थों को खाने से बचना चाहिए। खाद्य विषाक्ता और हैजा और दस्त जैसी अन्य खाद्य जनित बीमारियों से बचने के लिए। अच्छी तरह से पका हुआ घर का बना भोजन लेना बेहतर है। खाने के समय से 6-8 घंटे पहले बना खाना खाने से बचें।

ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ का उपयोग करें -:
मानसून के दौरान गर्म और आद्र्र मौसम रहता है जो की आपकी दैनीक दिनचर्या को प्रभावित करता है और आपके गतिविधि स्तर की परवाह किए बिना निर्जलीकरण का कारण बन सकता है। अधिक तरल पदार्थ पीने से पसीने के माध्यम से आपके द्वारा खोए जाने वाले द्रव को बदलने में मदद मिलेगी। डायबिटीज से पीडि़त लोगों को अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए जैसे कि सब्जी का रस, नारियल पानी, अदरक की चाय आदि। गर्म तरल पदार्थ पीना चाहिए, यदि रोग प्रतिरोधक क्षमता के निर्माण के लिए बारिश के बाद मौसम थोड़ा ठंडा हो जाए। इसके अलावा आपको खूब पानी पीना चाहिए।

आंखों के रोगों के विकास का खतरा -:
डायबिटीज के मरीजों को आंखों की बीमारियां होने का ज्यादा खतरा होता है, क्योंकि ब्लड शुगर बढऩे से डायबिटिक रेटिनोपैथी हो सकती है। इस तरह के संक्रमणों के विकसित होने का जोखिम अधिक होता है क्योंकि यह इस मौसम में होता है। इसलिए बारिश में नहाने से बचें और बाहर जाने पर धूप का चश्मा पहनें। अपने कपड़ों को धूप में ही सुखाएं यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपके कपड़ों में अब कोई बैक्टीरिया नहीं है जो आपको प्रभावित कर सकते हैं।

अपने पैरों को हमेशा सुखा रखें -:
मधुमेह से पीडि़त लोगों को अपने पैरों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। बारिश के मौसम में पैर अक्सर गीले हो जाते हैं, इसलिए आप जहां भी जाएं, ऐसा होने पर अपने पैरों को पोंछने के लिए कपड़ों का एक अतिरिक्त टुकड़ा रखें। मधुमेह रोगियों को बारिश के संपर्क में आने के बाद अपने पैरों को धोना आवश्यक है। बैक्टीरिया के विकास या फंगल संक्रमण से बचने के लिए अपने जूतों को पूरी तरह से साफ और सूखा लें। अपने पैरों को सूखा रखने के लिए आप टैल्कम पाउडर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो