जनप्रतिनिधियों को शिकायत, सुनवाई नहीं
लोगों ने बताया कि पानी की समस्या को लेकर विधायक व पार्षद को अवगत कराया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं करते। झालाना डूंगरी विकास महासंघ अध्यक्ष दिनेश चंद गुप्ता ने बताया कि कुंडा कच्ची बस्ती, शिव कॉलोनी में भीषण गर्मी में पानी की किल्लत से परेशान लोग कई बार जनप्रतिनिधि व अधिकारियों को अवगत करा चुके, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।
लोगों ने बताया कि पानी की समस्या को लेकर विधायक व पार्षद को अवगत कराया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं करते। झालाना डूंगरी विकास महासंघ अध्यक्ष दिनेश चंद गुप्ता ने बताया कि कुंडा कच्ची बस्ती, शिव कॉलोनी में भीषण गर्मी में पानी की किल्लत से परेशान लोग कई बार जनप्रतिनिधि व अधिकारियों को अवगत करा चुके, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।
बूस्टर से भी परेशानी
जयपुर शहर के कई क्षेत्रों को बीसलपुर से जोड़ा गया। वहीं बीसलपुर से जुडऩे के बाद भी झालाना कुंडा क्षेत्र में पानी की समस्या बनी हुई है। कुछ इलाकों में नलों में 30 मिनट तक पानी आता है, लेकिन उसमें भी प्रेशर नहीं होता। जो लोग बूस्टर लगाते हैं, वह पानी खिंचते हैं। बाकी लोग तमाशबीन ही देखते रहते हैं।
जयपुर शहर के कई क्षेत्रों को बीसलपुर से जोड़ा गया। वहीं बीसलपुर से जुडऩे के बाद भी झालाना कुंडा क्षेत्र में पानी की समस्या बनी हुई है। कुछ इलाकों में नलों में 30 मिनट तक पानी आता है, लेकिन उसमें भी प्रेशर नहीं होता। जो लोग बूस्टर लगाते हैं, वह पानी खिंचते हैं। बाकी लोग तमाशबीन ही देखते रहते हैं।
कोरोना काल में भीड़ से खतरा
ऊपरी क्षेत्र में पानी के टैंकरों से पानी की सप्लाई जलदाय विभाग की ओर से की जाती है, लेकिन जैसे ही पानी का टैंकर आता है। भगदड़ सी मच जाती है। आपस में झगड़े भी आए दिन देखने को मिलते हैं। एक तरफ भीषण गर्मी दूसरी तरफ कोरोना की मार। प्यास बुझाने के लिए भीड़ में जाकर परिवार के लिए पानी भरना होता है।
ऊपरी क्षेत्र में पानी के टैंकरों से पानी की सप्लाई जलदाय विभाग की ओर से की जाती है, लेकिन जैसे ही पानी का टैंकर आता है। भगदड़ सी मच जाती है। आपस में झगड़े भी आए दिन देखने को मिलते हैं। एक तरफ भीषण गर्मी दूसरी तरफ कोरोना की मार। प्यास बुझाने के लिए भीड़ में जाकर परिवार के लिए पानी भरना होता है।
कम प्रेशर से आता पानी
जानकारी के अनुसार कच्ची बस्ती में आधा घंटे कम प्रेशर से पानी आने के कारण लोगों की भीड़ जुट जाती है। ऐसे में जो पानी लेने के लिए आते हैं, उनकी ओर से लापरवाही दिखती है। लोग बिना मास्क के ही भीड़ लगा देते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करते। स्थिति यह है कि पानी की टंकी में लोग पाइप डालकर बर्तनों में पानी डालने के चक्कर में झगड़े तक हो जाते हैं।
जानकारी के अनुसार कच्ची बस्ती में आधा घंटे कम प्रेशर से पानी आने के कारण लोगों की भीड़ जुट जाती है। ऐसे में जो पानी लेने के लिए आते हैं, उनकी ओर से लापरवाही दिखती है। लोग बिना मास्क के ही भीड़ लगा देते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करते। स्थिति यह है कि पानी की टंकी में लोग पाइप डालकर बर्तनों में पानी डालने के चक्कर में झगड़े तक हो जाते हैं।