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DIgital BAal Mela: राजस्थान के बाद हरियाणा की बारी

locationजयपुरPublished: Dec 09, 2021 08:02:03 pm

Submitted by:

Rakhi Hajela

DIgital Baal Mela-फ्यूचर सोसायटी की ओर से बच्चों में राजनैतिक जागरुकता पैदा करने के लिए डिजिटल बाल मेला का तीसरा सत्र आयोजित करने की घोषणा कर दी गई है। इसके तहत हरियाणा विधानसभा में रविन्द्रनाथ टैगोर की जयंती पर अगले साल 7 मई को बाल विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा।

डिजिटल बाल मेला: राजस्थान के बाद हरियाणा की बारी

डिजिटल बाल मेला: राजस्थान के बाद हरियाणा की बारी


राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के बाद हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने दिया बच्चों को बड़ा अवसर
हरियाणा विधानसभा में बच्चे बताएंगे कि आखिर कैसी हो बच्चों की सरकार
7 मई को हरियाणा विधानसभा में होगा बाल सत्र
फ्यूचर सोसायटी की ओर से आयोजित किया जाएगा डिजिटल बाल मेला का तीसरा सत्र
जयपुर। फ्यूचर सोसायटी की ओर से बच्चों में राजनैतिक जागरुकता पैदा करने के लिए डिजिटल बाल मेला का तीसरा सत्र आयोजित करने की घोषणा कर दी गई है। इसके तहत हरियाणा विधानसभा में रविन्द्रनाथ टैगोर की जयंती पर अगले साल 7 मई को बाल विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा। बाल मेला प्रबंधन की ओर से तीसरे सत्र की घोषणा के साथ ही अब तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जल्द ही पूरा शेड्यूल जारी किया जाएगा।
डिजिटल बाल मेला की जाह्नवी शर्मा ने बताया कि राजस्थान विधानसभा में 14 नवंबर को आयोजित हुए विधानसभा बाल सत्र में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने घोषणा की थी कि बाल विधानसभा का आयोजन अन्य राज्यों में भी होना चाहिए। इसके बाद शिमला में आयोजित पीठासीन अधिकारियों की बैठक में भी राजस्थान विधानसभा के बाल सत्र की चर्चा हुई। अब हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता बच्चों के विचारों को विधानसभा के मंच से राजनीतिक सहभागिता का अवसर देने का फ़ैसला किया है। अध्यक्ष हरियाणा विधानसभा ने राजस्थान सत्र को देखकर बच्चों की प्रतिभा को सराहा,उनका मानना है कि राजनीति के प्रति बच्चों का सकारात्मक सोच विकसित करने की जरूरत है।
इस बार 90 विधायक शामिल होंगे हरियाणा बाल सत्र में
डिजिटल बाल मेला के दूसरे सीजन की शुरुआत 15 जून को विधानसभा अध्यक्ष डाक्टर सीपी जोशी ने की थी। उन्होंने बच्चों से कहा था कि वे यह तय करें कि बच्चों की सरकार कैसी हो। इसके बाद 60 ऑनलाइन सेशन में राजनेता, शिक्षाविद्, सामाजिक हस्तियां बच्चों के साथ जुड़ी और बच्चों की सरकार को लेकर चर्चा हुई। इसके बाद करीब साढ़े पांच हजार बच्चों में से 200 बच्चों का चयन राजस्थान विधानसभा के बाल सत्र के लिए किया गया।
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