चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस अभियान के तहत लोगों स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए ग्राम व वार्ड स्तर पर प्रभात फेरी, नुक्कड़ नाटक, प्रश्नोत्तरी आयोजित की जाएगी। प्रतिवर्ष 17 दिसम्बर को निरोगी राजस्थान दिवस मनाया जाएगा उसमें उत्कृष्ठ कार्य करने वाले निरोगी राजस्व गांव, वार्ड, निरोगी पंचायत समिति या नगरपालिका एवं निरोगी जिले को चिन्हित कर पुरस्कृत किया जाएगा। सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण देने वाले डॉक्टर्स को भी सम्मानित किया जाएगा।
बीमारियों की रोकथाम के लिए जांच एवं सघन जागरूकता अभियान के साथ नशा मुक्ति अभियान (शराब, ड्रग्स, तम्बाकू) , खाद्य पदार्थो मिलावट, प्रदूषण नियंत्रण एवं जलवायु संबंधी बीमारियों की रोकथाम, मौसमी बीमारियां, मोटापा, मधुमेह, बीपी, मनोरोग, हृदयरोग, पक्षाघात, कैंसर, फेंफड़ा संबंधी रोग, एनीमिया, कुपोषण, शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा एवं विकास, संपूर्ण टीकाकरण, किशारोवस्था स्वास्थ्य (एनीमिया, कुपोषण, मोटापा, माहवारी स्वच्छता), वृद्धावस्था में स्वास्थ्य की देखभाल, जनसंख्या स्थिरीकरण (परिवार कल्याण कार्यक्रम) जैसे बिन्दुओं पर काम किया जाएगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर तक खेल का मैदान, वाचनालय एवं अच्छे साहित्य की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
किशोरों की प्रजनन तथा यौन संबंधित समस्याओं को हल करने के लिए सभी जिलों में उजाला क्लीनिक (एडोलिसेंट हेल्थ क्लीनिक) शुरू कि जाएंगे। अभी राज्य के 10 जिलों में 314 क्लीनिक संचालित है। जिला स्तर पर डी-एडीक्शन केन्द्र खोलने कार्य-योजना बनाई जाएगी। राज्य में इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के विक्रय, वितरण भंडारण एवं विज्ञापन को 30 मई 2019 से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए कड़े कानून बनाए जाएंगे। मिलावट की जांच के नमूनों की गोपनीयता बनाए रखने के लिए कोडिंग या डी-कोडिंग की व्यवस्था अमल में लाई जाएगी। खाद्य पदार्थो में मिलावट सम्बन्धी शिकायत समेकित स्वास्थ्य हैल्प लाइन पर दर्ज कराने की व्यवस्था की जाएगी।