इस बार लोगों का सहनशक्ति जवाब दे गई। महिलाएं और पुरुष दोनों सड़क पर उतर आए और जाम लगा दिया। करीब एक घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही तो पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। इसके बाद विभाग के सहायक व कनिष्ठ अभियंता आए और समझाइश का दौर चला।
महिलाओं ने दो टूक कह दिया कि बड़े लोगों और वीआईपी कॉलोनियों में क्यों नहीं आता गंदा पानी, जवाब दो नहीं तो हम पर भी रहम करो। इस बीच अभियंताओं ने जल्द समाधान होने का रटारटाया जवाब दिया लेकिन लोग नहीं माने। कारण, तीन दिन पहले विभाग में लिखित शिकायत की लेकिन किसी ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया। इस पर जमकर हंगामा हुआ तो अभियंता घबरा गए और तत्काल दूषित पानी का कारण जानने का काम शुरू कर दिया।
सवाल- आखिर कब होगा समाधान -चारदीवारी और इससे सटे बाहरी इलाकों में सीवर लाइन बदहाल हो चुकी है। सीवर लाइन के पास ही से पेयजल लाइन भी जा रही है। इससे सीवर का पानी पेयजल लाइन में मिल रहा है।
-इस स्थिति का समाधान के लिए बदहाल सीवर लाइन बदलने का प्रस्ताव भी बना, लेकिन प्रभावी तरीके से आगे नहीं बढ़ पाया। -वीआईपी कॉलोनी में तो गंदा पानी सप्लाई नहीं होता, तो फिर यहां क्यों। अभियंताओं के लिए यहां के लोग प्राथमिकता नहीं है। कई बार शिकायत की लेकिन सड़क पर उतरे तो मौके पर आए।
राहुल तंवर, स्थानीय निवासी
-गंदे पानी से बहुत ज्यादा परेशान होने के बाद ही सड़क पर उतरे। अफसर फिर से आश्वासन देकर गए हैं, अब देख रहे हैं कि कितनी जल्दी समस्या का समाधान होता है।
कमला देवी, स्थानीय निवासी -सीवर चैम्बर ओवरफ्लो होने और उसका पानी पेयजल लाइन में मिलने से दिक्कत हुई है। नगर निगम को भी कहा है इसका तत्काल समाधान कराएं। ऐसी परेशानी का समुचित समाधान करा रहे हैं।
निशांत कुमार, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग