इधर, आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र ने भी सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर पहले से पहचान किए गए संवेदनशील स्थालों में आगामी तीन दिनों तक विशेष नजर रखने की सलाह दी है। साथ ही पर्वतीय जनपदों में रात के समय बेवजह वाहन की सवारी करने से बचने की सलाह भी दी गई है। वहीं, भूस्खलन वाले क्षेत्रों में एसडीआरएफ सहित आपदा प्रबंधन के लोगों की तैनाती करने के आदेश दिए गए हैं।
-पर्यटकों को ट्रैकिंग से बचने की सलाह आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र ने पर्यटकों को भी जिला प्रशासन की सलाह लिए बिना यात्रा नहीं करने की सलाह दी है। पर्यटकों से कहा गया है कि आने वाले चार दिनों तक ट्रैकिंग से परहेज करें। आपदा बचाव और राहत से जुड़े विशेष रूप से प्रशिक्षित मंगल दल के युवक और युवतियों को भी विशेष संदेश भेजकर सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं। पिथौरागढ़, चमोली, बागेश्वर और रुद्रप्रयाग जनपदों के कुछ क्षेत्रों में गजरन वाले बादल बने हैं, जिसकी वजह से इन जनपदों में विशेष रूप से ठंड पड़ने की संभावना है।
आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र के अधिशासी निदेशक पीयूष रौतेला ने बताया कि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद उत्तराखंड के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को विशेष रूप से अलर्ट किया गया है। कई जिलों में बर्फबारी तो होगी ही, बारिश की भी संभावना है।