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झूलती विद्युत लाइन को शिफ्ट कराने की अनुशंसा पड़ी भारी, डिस्कॉम ने पार्षद को थमाया 2.50 लाख का डिमांड नोटिस

locationजयपुरPublished: Oct 09, 2019 04:34:08 pm

Submitted by:

manoj sharma

– गोपालपुरा बायपास पर गजसिंहपुरा से पीताम्बर नगर के बीच झूल रही एलटी लाइन- पार्षद का जवाब, क्या सीवर व पेयजल लाइन का पैसा भी मैं ही जमा करा दूं?

झूलती विद्युत लाइन को शिफ्ट कराने की अनुशंसा पड़ी भारी, डिस्कॉम ने पार्षद को थमाया 2.50 लाख का डिमांड नोटिस

झूलती विद्युत लाइन को शिफ्ट कराने की अनुशंसा पड़ी भारी, डिस्कॉम ने पार्षद को थमाया 2.50 लाख का डिमांड नोटिस

जयपुर. झूलते और मकानों के ऊपर से गुजरते विद्युत तारों को शिफ्ट करने के बजाय जयपुर डिस्कॉम लगातार टालमटोल कर रहा है। पार्षद ने इन लाइनों को शिफ्ट करने की अनुशंसा की तो शिफ्टिंग पर खर्च होने वाली राशि का उनके नाम ही डिमांड नोटिस जारी कर दिया।
मामला गोपालपुरा बायपास पर गजसिंहपुरा से पीताम्बर नगर के बीच गुजर रही एलटी विद्युत लाइन का है। लाइन सड़क से महज 6 से 10 फीट की ऊंचाई और मकानों से कुछ ही दूरी पर है। हादसे की आशंका को देखते हुए स्थानीय पार्षद मान पंडित ने लाइन शिफ्ट करने के लिए डिस्कॉम के अभियंता को तीन बार पत्र दिया। डिस्कॉम ने लाइन शिफ्ट करने के बजाय पार्षद को 2.50 लाख रुपए का डिमांड नोटिस दे दिया। लोगों ने डिस्कॉम के उच्चाधिकारियों को इसकी शिकायत की है। डिस्कॉम प्रशासन का कहना है कि यहां नगर निगम ने सड़क चौड़ी कराई है। इसके लिए मकानों के आगे से चबूतरे हटाए गए। इसके बाद सड़क निर्माण हुआ, जिससे पोल व लाइन सड़क के बीच आ गई। हम चाह रहे थे कि निगम ही लाइन शिफ्ट करा दे, इसलिए पार्षद के नाम डिमांड नोटिस जारी किया।
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यह है स्थिति

गजसिंहपुरा से कैलाशपुरी, पीताम्बर नगर के बीच 1.5 किलोमीटर दूरी में बिजली के तार सड़क के बीच झूल रहे हैं। वाहन गुजरने पर हादसे की आशंका रहती है। स्कूल के बच्चे भी यहां से गुजरते हैं।
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बिजली के तार नीचे झूल रहे हैं। कई जगह तो मकान के ठीक आगे हैं। हादसे की आशंका रहती है। इन्हें हटाना बहुत जरूरी है।
– पूजादेवी, स्थानीय निवासी

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कोई बड़ा वाहन आ जाए तो हादसा हो सकता है। डिस्कॉम प्रशासन को जानकारी है लेकिन वह जिम्मेदारी से दूर भाग रहा है।
– गोरधन शर्मा, स्थानीय निवासी
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मैंने बतौर जनप्रतिनिधि लाइन शिफ्ट कराने की अनुशंसा की लेकिन डिस्कॉम ने मेरे ही नाम डिमांड नोटिस जारी कर दिया। जब सीवर लाइन या पेयजल लाइन डलेगी, क्या उसका भी पैसा जनप्रतिनिधि या लोग जमा कराएंगे? यह शर्मनाक स्थिति है।
– मान पंडित, पार्षद
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सड़क विस्तार से पहले डिमांड नोटिस जारी कर पार्षद कोटे से ही लाइन शिफ्ट करने के लिए कहा था। अब स्थिति बदल चुकी है। स्थानीय लोग या पार्षद दोबारा पत्र भेज दें। उच्च स्तर पर निर्णय करा लेंगे।
– जीएस शेखावत, सहायक अभियंता, जयपुर डिस्कॉम

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