मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों ने पिछले रविवार को पहले संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के आवास पर बैठक की, फिर करीब 92 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी के आवास जाकर अपने इस्तीफे सौंप दिए थे। विधायकों ने स्वेच्छा से इस्तीफा देना बताकर उन्हें विधानसभा अध्यक्ष अविलंब स्वीकार करने का आग्रह किया। सात दिन बीत जाने के बाद भी इन इस्तीफों पर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
इस्तीफा देने के बाद बदल गए थे सुर : कांग्रेस के कई विधायक ऐसे भी हैं, जिनके इस्तीफा देने के बाद सुर बदले हुए हैं। इनमें से कई विधायकों ने इस्तीफा देने की बात को स्वीकार ही नहीं किया और कुछ ने कहा था कि उनसे किस कागज पर साइन करवाया गया है, उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं थी।