इसे लेकर सोमवार को कलेक्ट्रेट में अधिकारियों के साथ हुई बैठक में जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने डेंगू की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए निगम और सीएमएचओ कार्यालय की ओर से की जा रही कार्रवाई को नाकाफी बताया।
साथ ही एक-दूसरे पर जिम्मेदारी टाले जाने पर नाराजगी जाहिर की। यादव ने बैठक में सीएमएचओ के गैर हाजिर रहने पर नाराजगी भी जाहिर की। जिला कलेक्टर ने चिकित्सा अधिकारियों को डेंगू नियंत्रण के लिए किए जा रहे प्रयासों एवं माइक्रो प्लानिंग रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने बैठक में बताया कि पिछले वर्ष इसी अवधि में डेंगू के 1805 मामले आए थे जो इस बार 44 प्रतिशत घट कर 1012 ही रह गए हैं।
कचरा नहीं उठने की शिकायतों पर भड़के कलेक्टर
बैठक में शहर में कचरा नहीं उठने की लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर नगर निगम के अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि कचरा जनसंख्या की बढोतरी के हिसाब से बढ़ता है। कचरा उठाव के लिए जिम्मेदार कम्पनी पर नियंत्रण में कमी की नगर निगम के सिस्टम की खामी को इस तर्क से नहीं छिपाया जा सकता।
एनओसी नहीं तो सीज करें मैरिज गार्डन
जिला कलक्टर यादव ने नगर निगम अधिकारियों को बिना फायर एनओसी संचालित हो रहे मैरिज गार्डन्स को सीज करने के निर्देश दिए हैं। यादव ने कहा कि अगले सप्ताह से शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा। सभी मैरिज गार्डन्स के पास फायर एनओेसी होना आवश्यक है। पूर्व में भी मैरिज गार्डन्स में आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं। अगर कोई भी मैरिज गार्डन बिना अग्नि सुरक्षा प्रावधानों के चलता मिला तो उसे सीज कर दिया जाए।