जिला परिषद में प्रमुख द्वारा दलित होने पर कलक्टर की उपेक्षा वाला मामला अभी तक थमा भी नहीं था और मेवाड़ में एक जिला परिषद सदस्य ने भाजपा के नेताओं पर पैसे लेकर पद दिलवाने के आरोप लगाकर सनसनी फैला दी।
जिला परिषद में प्रमुख द्वारा दलित होने पर कलक्टर की उपेक्षा वाला मामला अभी तक थमा भी नहीं था और मेवाड़ में एक जिला परिषद सदस्य ने भाजपा के नेताओं पर पैसे लेकर पद दिलवाने के आरोप लगाकर सनसनी फैला दी।
जिला परिषद सदस्य कैलाश लखारा ने शंकरलाल मेघवाल को लेकर बड़ा खुलासा किया है। बुधवार को लखारा ने एक बयान में कहा कि जिला परिषद से चुनावों के दौरान पार्टी द्वारा आयोजित प्रशिक्षण शिविर में शंकरलाल द्वारा उनसे संपर्क किया गया था।
जिला प्रमुख के लिए वोट उनको देने के एवज में 5 लाख रुपए नकद देने की पेशकश की गई थी। इसके अलावा भी लखारा के माध्यम से वार्ड नम्बर 8 से जिला परिषद सदस्य भैरूलाल वडेरा व वार्ड नंबर 6 से विजयी सूमा देवी व अन्य को 2-2 लाख रुपए देने का प्रस्ताव भी दिया गया था।
इसके बारे में लखारा ने देहात जिलाध्यक्ष और गिर्वा प्रधान तख्तसिंह व भंवर सिंह पंवार को सूचना दी थी। परंतु शंकरलाल मेघवाल पर उस समय भी कोई कार्यवाही नहीं की गई।
लखारा ने यह आरोप भी लगाया कि मेघवाल द्वारा प्रशिक्षण स्थल पर ही लालसिंह झाला के पुत्र से फोन पर बात करवाई गई व 5 लाख रुपाए देने का आश्वास दिलाया गया था।
मेघवाल द्वारा यह राशि जिला प्रमुख ने चुनाव वाले दिन ही कलेक्ट्रेट के बाहर ही अदा करने का वादा भी किया गया था।