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मदद करने में जुटा दिव्यांग कल्याणराम…

locationजयपुरPublished: Apr 10, 2020 01:52:21 pm

Submitted by:

Rakhi Hajela

निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करने का बीड़ा उठाया

मदद करने में जुटा दिव्यांग कल्याणराम...

मदद करने में जुटा दिव्यांग कल्याणराम…

नागौर के कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही जंग को जीतने के लिए हर कोई योगदान दे रहा है चाहे वो डॉक्टर हो या पुलिस या फिर भामाशाह सब अपनी.अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इस संकट की घड़ी में फंसे लोगों की मदद में दिव्यांग व्यक्ति पीछे नहीं हैं। हम बात कर रहे हैं चौसला कस्बे के बनगढ़ गांव में रहने वाले दिव्यांग कल्याणराम बुरी की जो लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए खुद हाथों से मास्क बनाकर निशुल्क सेवा करने में जुटा है। कल्याणराम ने वसुधैव कुटुंबकम का धर्म निभाते हुए मानवता को एक परिवार के तौर पर निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करने का बीड़ा उठाया है। आज उनके समाज के प्रति समर्पण को देखते हुए हर कोई सराहना कर रहा है। दिव्यांग ने इस महामारी के संकट में अपनी मेहनत के बदौलत समाज के सामने एक शानदार मिसाल पेश की है। कल्याणराम ने पत्रिका से बातचीत में कहा कि लोगों की सेवा करना ईश्वर की सेवा करने के बराबर है। संकट में फंसे लोगों की मदद करना हमारे भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहा है।
सूती कपड़े के बना रहा है मास्क..
नागौर के चौसला कस्बे में कोरोना वायरस से बचाव के लिए 70 प्रतिशत लोगों के पास मास्क नहीं है। जिस कारण लोगों को भगवा गमछे और तौलिए का उपयोग करना पड़ रहा है। लोगों की समस्या को देखते हुए दिव्यांग ने ठानी कि लोगों को कपड़े के मास्क बनाकर स्वयं उपलब्ध कराए जिससे गांव के लोग इसे महामारी से बचाव कर सके। ये मास्क सूती कपड़े के बने होने के कारण इनको साबुन से धोकर दोबारा इस्तेमाल में लिया जा सकता है।
एक पैर से सिल दिए 300 मास्क..
कल्याण राम का योगदान को कोरोना के मैदान.ए.जंग में न सिर्फ सराहनीय है बल्कि स्मरणीय भी रहेगा, क्योंकि कल्याणराम दिव्यांग होने के कारण एक पैर बिल्कुल काम नहीं करता है इसके बाद भी उसने दूसरे पैर से मशीन चलाकर 300 मास्क से ज्यादा की सिलाई करके लोगों को बाँट दिए हैं। दिव्यांग पिछले 20 साल से चौसला में टेलरिंग की दुकान है। लॉकडाउन में भी रोज बनगढ़ गांव से ट्राई साईकिल चलाकर 10 किलोमीटर दूर चौसला आकर मास्क की सिलाई कर रहा है। कल्याणराम ने कहा कि लोगों की जरूरत के मुताबिक आगे भी निशुल्क सेवा कार्य जारी रहेगा।
सोचा मानव सेवा कर लेता हूं..
कल्याणराम ने बताया कि अभी लॉकडाउन के कारण घर में फ्री बैठा था मन में विचार आया कि क्यों न इस समय को लोगों की सेवा में लगा दें। यही सोचकर मेरी तरफ से एक छोटा सा प्रयास किया जा रहा है दिव्यांग मास्क वितरण करने के साथ लोगों को जागरुक भी कर रहा है। गौरतलब है कि कल्याणराम पहले भी समय.समय पर आगे आकर सामाजिक कार्य में भूमिका निभाता रहा है।
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