जयपुर

Diwali 2017: आगजनी से निपटने के लिए शहर का फायर बेड़ा है तैयार, इन जगहों पर रहेगी खास नजर

दिवाली के खास पर्व के दौरान आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए दमकलों की रिपेयरिंग कराकर उनमें नई जान फूंकी गई है।

जयपुरOct 17, 2017 / 11:35 pm

पुनीत कुमार

एक तरफ जहां शहर के लोगों में धनतेरस के शुरु होने के बाद से ही दिवाली मनाने की खुशियां शुरु हो गई है, तो वहीं प्रशासन इस महापर्व पर किसी अनहोनी को लेकर अपनी पूरी तैयारी के साथ सड़कों पर दिख रही है। इसके साथ ही दीपावली के दिन पटाखों-दीपकों से लगने वाली आग पर तत्काल काबू पाने के लिए जयपुर शहर की फायर ब्रिगेड टीम पूरी तरह से तैयार है।
 

दिवाली के खास पर्व के दौरान आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए खस्ताहाल दमकलों की रिपेयरिंग कराकर उनमें नई जान फूंकी गई है तो उनके टायर भी बदल कर नए लगा दिए गए हैं ताकि आपालकालीन स्थिति में कोई परेशानी नहीं आए। इसके अलावा अग्निशमन दल के कर्मचारियों की छुट्टी को प्रशासन ने निरस्त कर दिया है। ताकि फायर ब्रिगेड दल हर समय चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहे।
 

50 दमकल गाड़ियों पर इतने कर्मचारी रहेंगे तैनात…

 

तो वहीं इस लेकर मुख्य अग्निशमन अधिकारी जलज घसिया ने बताया कि आगजनी की घटनाओं से तुरंत निपटने के लिए पूरी टीम ने तैयार है। शहर के फायर स्टेशनों पर 50 दमकलें है और उन पर करीब 350 कर्मचारियों को तैनात किया गया है। सभी दमकलें आग बुझाने के सभी साधनों से पूरी तरह से लैस हैं। जबकि विशेष परिस्थिति को छोड़कर किसी भी कर्मचारी को छुट्टी नहीं दी गई है। कर्मचारियों की ड्यूटी इस तरह से तीन शिफ्टों में लगाई गई है कि कभी भी किसी भी प्रकार की घटना से निपटा जा सके।
 

थानों पर खड़ी रहेगी दमकल की गाड़ियां…

 

जयपुर शहर में अलग अलग क्षेत्र में एक दर्जन थानों पर दमकल की गाड़ियां खड़ी रहेगी। जिन पर पूरी टीम मौजूद रहेगी और पानी और फॉम से दमकलें भरी हुई रहेगी। वहीं शहर के सभी फायर स्टेशनों से भी सूचना मिलते ही दमकलें मौके पर पहुंच जाएगी। जबकि आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए अग्निशमन विभाग ने सभी जरूरी सामान खरीदा है। जिसमें आग बझाने के लिए फॉम, हैलमेट, गम्बूट, फायरमैन एक्ट और सिलिंग हुक खरीदे गए है।
 

बरतें ये सावधानियां…

 

बच्चों को अकेले पटाखे नहीं चलाने दें। पटाखे चलाते समय पानी की बाल्टी व मिट्टी साथ रखे। जल्दबाजी में पटाखे नहीं चलावें। वहीं खाली बोतल में रखकर पटाखे नहीं फोड़े। आग लगने के संभावित इलाकों में दीपक न जलाएं और न ही पटाखे छोड़े। आग लगी देखकर इग्रोर न करें तत्काल फायर या पुलिस को जानकारी देंवे। – ऊषा शर्मा, सहायक अग्निशमन अधिकारी, जयपुर
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