शहर के प्राचीन गणेश मंदिरों में पुष्य नक्षत्र के तहत विशेष कार्यक्रम होंगे। सुबह रिद्धि-सिद्धि के दाता भगवान गणेश का पंचामृत से अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवाई जाएगी। इसके बाद मोदकों का भोग अर्पित किया जाएगा। वहीं दोपहर में 56 भोग की झांकी और फूल बंगला झांकी आकर्षण का केन्द्र रहेगी। मोती डूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा के सानिध्य में लंबोदर का बूरा, शहद, गंगा जल, केवड़ा जल, इत्र आदि से अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवाई जाएगी। नहर के गणेश मंदिर में महंत जय शर्मा के सानिध्य में गणपति का अभिषेक कर मोदक का भोग लगाया जाएगा। वहीं श्रद्धालुओं को रक्षासूत्र बांधे जाएंगे। दोपहर में 2 बजे से 56 भोग की झांकी सजाई जाएगी। चांदपोल स्थित परकोटे वाले गणेश मंदिर, गढ़ गणेश मंदिर, सूरजपोल बाजार स्थित श्वेत सिद्धि विनायक मंदिर में कई कार्यक्रम होंगे। वहीं दिल्ली रोड स्थित बंगाली बाबा गणेश मंदिर में 200 किलो दूध से भगवान गणेश का अभिषेक, पंचामृत अभिषेक होने के बाद फूलों से श्रृंगार होगा। बंगाली बाबा गणेश मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायण लाल ने बताया कि इस दौरान मोदकों की झांकी भी सजाई जाएगी। अलसुबह से लेकर देर शाम तक मंदिरों में दर्शनों के लिए गणेश मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखने को मिलेगी।
लाभ अमृत के चौघडिय़ा में सुबह 6.39 से लेकर 9.25 तक प्रॉपर्टी और भूमि संबंधी लेनदेन, शुभ के चौघडिय़ा मेंं सुबह 10.48 से 12.10 तक इलेक्ट्रॉनिक सामान, वाहन, आभूषण, चर के चौघडिय़ा में दोपहर 2.56 से 4.19 तक कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक सहित अन्य सामान, लाभ के चौघडिय़ा में शाम 4.19 से 5.41 तक आभूषण, घरेलू सामान, वाहन, शुभ, अमृत के चौघडिय़ा में शाम 7.18 से रात 10.33 तक सभी सामान खरीदना श्रेष्ठ और फलदायी होगा।
30 प्रतिशत तक व्यापार बढऩे की उम्मीद
जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने कहा कि इस बार 25 से 30 प्रतिशत अधिक व्यापार होने की उम्मीद है। बीते साल जहां नोटबंदी के असर के चलते बाजार में मंदी थी और लोगों का पैसा लेनदेन में नहीं आ पाया था, वहीं इस बार व्यापार अच्छा होने की उम्मीद है। बीते साल जहां 20000 हजार करोड़ का लेनदेन शहर में हुआ था, वहीं इस बार 30000 करोड़ रुपए के आसपास कारोबार बाजार से होने की उम्मीद है। इसके साथ ही निजी कंपनी में कार्य करने वालों का वेतन महीने की शुरुआत में आने से अच्छा व्यापार होगा।