बरसात के मौसम में बढ़ जाती डेंगू, स्क्रब टाइफस, मलेरिया बीमारियां इन बीमारियों का इलाज अलग-अलग होता है, लेकिन लक्षण एक से होने पर अनुभवी डॉक्टरों की ओर से बेहतर क्लीनिकल मैनेजमेंट सही उपचार किया जाना बेहद आवश्यक हो जाता है। डेंगू (Dengue), स्क्रब टाइफस (scrub typhus), मलेरिया (malaria), चिकनगुनिया (chikungunya) जैसी बीमारियां बरसात के मौसम में बढ़ जाती हैं, क्योंकि इस मौसम में वायरस तेजी से बढ़ते हैं और मच्छरों की वजह से उनका एक से दूसरे इंसान तक फैलना आसान हो जाता है। रुक्मणी बिरला हॉस्पिटल के डॉ. सुशील कालरा ने बताया कि मरीज को तेज बुखार आना, फ्लू जैसे लक्षण, सांस तेज चलना जैसे लक्षण इन तीनों बीमारियों के शुरूआती दौर में होते हैं। ऐसे में डेंगू, मलेरिया, स्क्रब टाइफस या चिकनगुनिया होने पर मरीज को अपने स्तर पर इलाज शुरू न कर अनुभवी विशेषज्ञों की ओर से इसका इलाज लेना चाहिए, जिससे बीमारी को गंभीर होने से पहले ही रोका जा सके।
दिन में शरीर को ढंक कर रखें बरसात में जगह-जगह पानी इकट्ठा हो जाता है, जिससे वहां मच्छरों को पनपने का अवसर मिल जाता है और डेंगू, मलेरिया या स्क्रब टाइफस जैसी गंभीर बीमारी के तेजी से फैलने का खतरा काफी बढ़ जाता है। डॉ. पुनीत गुप्ता ने बताया कि इस मौसम में सभी को ध्यान रखना चाहिए कि उनके आस-पास पानी इकट्ठे होने की जगह कहीं न हो। कूलर या अन्य जगहों पर समय-समय पर एंटी लार्वा का छिड़काव करते रहें जिससे मच्छर न बढ़ सकें। दिन में अपने शरीर को अधिक से अधिक ढंक कर रखने का प्रयास करें क्योंकि डेंगू फैलाने वाला मादा एडीज मच्छर दिन के समय ही काटता है।