बिलासपुर के लिए अतिरिक्त कोच
उत्तर पश्चिम रेलवे ने यात्रियों की लंबी प्रतीक्षा सूची को देखते हुए बिलासपुर-बीकानेर-बिलासपुर एक्सप्रेस में एक सैकण्ड एसी श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढोतरी की गई है। गाड़ी संख्या 18245/18246, बिलासपुर-बीकानेर-बिलासपुर एक्सप्रेस में गुरूवार से यह बढ़ोतरी हो गई है जबकि बीकानेर से 21 जुलाई को यह बढ़ोतरी की जाएगी। इस बढोतरी से इस रेलमार्ग के स्टेशनों पर यात्रियों को 56 अधिक बर्थ मिल सकेंगी।
उत्तर पश्चिम रेलवे ने यात्रियों की लंबी प्रतीक्षा सूची को देखते हुए बिलासपुर-बीकानेर-बिलासपुर एक्सप्रेस में एक सैकण्ड एसी श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढोतरी की गई है। गाड़ी संख्या 18245/18246, बिलासपुर-बीकानेर-बिलासपुर एक्सप्रेस में गुरूवार से यह बढ़ोतरी हो गई है जबकि बीकानेर से 21 जुलाई को यह बढ़ोतरी की जाएगी। इस बढोतरी से इस रेलमार्ग के स्टेशनों पर यात्रियों को 56 अधिक बर्थ मिल सकेंगी।
इन रूट पर बढ़ेगी रेल सेवाएं
उत्तर पश्चिम रेलवे के रेवाड़ी-पालनपुर (वाया अलवर-जयपुर-अजमेर) के 716 किलोमीटर लंबी बड़ी लाइन खंड पर दोहरीकरण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। इसे इसी वित्त वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा। उप्र रेलवे के सीपीआरओ तरूण जैन ने बताया कि कुल 716 किलोमीटर लंबी लाइन में से रेवाड़ी-अलवर तक 74 किलोमीटर, बांदीकुई-दौसा तक 29 किलोमीटर, दौसा-जयपुर तक 61 किलोमीटर, जयपुर-फुलेरा तक 55 किलोमीटर, फुलेरा-अजमेर तक 80 किलोमीटर, रानी-भीमाना तक 96 किलोमीटर, मांगलियावास-बांगडग्राम तक 23 किलोमीटर और हरिपुर-भीवालिया के बीच 73 किलोमीटर के साथ ही कुल 491 किलोमीटर के दोहरीकरण का काम पूरा कर लिया गया है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के रेवाड़ी-पालनपुर (वाया अलवर-जयपुर-अजमेर) के 716 किलोमीटर लंबी बड़ी लाइन खंड पर दोहरीकरण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। इसे इसी वित्त वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा। उप्र रेलवे के सीपीआरओ तरूण जैन ने बताया कि कुल 716 किलोमीटर लंबी लाइन में से रेवाड़ी-अलवर तक 74 किलोमीटर, बांदीकुई-दौसा तक 29 किलोमीटर, दौसा-जयपुर तक 61 किलोमीटर, जयपुर-फुलेरा तक 55 किलोमीटर, फुलेरा-अजमेर तक 80 किलोमीटर, रानी-भीमाना तक 96 किलोमीटर, मांगलियावास-बांगडग्राम तक 23 किलोमीटर और हरिपुर-भीवालिया के बीच 73 किलोमीटर के साथ ही कुल 491 किलोमीटर के दोहरीकरण का काम पूरा कर लिया गया है।
इस रूट पर रद्द रहेंगी ट्रेन
अमृतसर यार्ड में नॉन इण्टर लॉकिंग काम के साथ ही लखनऊ मण्डल के पारसीपुर-कपसेठी-सेवापुरी स्टेशनों के मध्य दोहरीकरण कार्य चलते चार ट्रेन शुरूआती स्टेशन से रद्द रहेंगी। मिली जानकारी के मुताबिक गाड़ी संख्या 54601/54602, हिसार-अमृतसर-हिसार सवारी 21 से 31 जुलाई, गाड़ी संख्या 54605/54606, चूरू-लुधियाना-हिसार 23 से 31 जुलाई, गाड़ी संख्या 54603/54604, हिसार-लुधियाना-चूरू 22 से 31 जुलाई तक रद्द रहेंगी।
यात्रियों को मिली बड़ी राहत
रेलवे ने अपने यात्रियों को बड़ी राहत देते हुए अब डिजिटल आधार और ड्राइविंग लाइसेंस को भी वैध मान लिया है। इससे रेल यात्रियों को सुविधा मिलेगी। रेल में सफर के दौरान आरक्षित श्रेणी में यात्रा के दौरान यात्रियों को अपनी पहचान के दस्तावेज रखना जरूरी होता है। इस पहचान दस्तावेजों के रूप में रेलवे ने डिजिटल आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस को भी शामिल कर लिया है। रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में ओदश जारी किए हैं। यात्री अपने डिजिटल लॉकर में इस दस्तावेजों को रख सकेंगे।
पहचान के वैध प्रमाण के रूप में मतदाता फोटोे पहचान पत्र, पासपोर्ट, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, विद्यार्थियों के विद्यार्थी पहचान पत्र, बैंक की फोटोयुक्त पासबुक, लेमीनेटेड फोटोयुक्त क्रेडिट कार्ड, आधार के साथ ही अन्य कई दस्तोवज मान्य होते हैं। अब इसमें डिजिटल आधार के साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस को भी शामिल कर लिया गया है।
अमृतसर यार्ड में नॉन इण्टर लॉकिंग काम के साथ ही लखनऊ मण्डल के पारसीपुर-कपसेठी-सेवापुरी स्टेशनों के मध्य दोहरीकरण कार्य चलते चार ट्रेन शुरूआती स्टेशन से रद्द रहेंगी। मिली जानकारी के मुताबिक गाड़ी संख्या 54601/54602, हिसार-अमृतसर-हिसार सवारी 21 से 31 जुलाई, गाड़ी संख्या 54605/54606, चूरू-लुधियाना-हिसार 23 से 31 जुलाई, गाड़ी संख्या 54603/54604, हिसार-लुधियाना-चूरू 22 से 31 जुलाई तक रद्द रहेंगी।
यात्रियों को मिली बड़ी राहत
रेलवे ने अपने यात्रियों को बड़ी राहत देते हुए अब डिजिटल आधार और ड्राइविंग लाइसेंस को भी वैध मान लिया है। इससे रेल यात्रियों को सुविधा मिलेगी। रेल में सफर के दौरान आरक्षित श्रेणी में यात्रा के दौरान यात्रियों को अपनी पहचान के दस्तावेज रखना जरूरी होता है। इस पहचान दस्तावेजों के रूप में रेलवे ने डिजिटल आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस को भी शामिल कर लिया है। रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में ओदश जारी किए हैं। यात्री अपने डिजिटल लॉकर में इस दस्तावेजों को रख सकेंगे।
पहचान के वैध प्रमाण के रूप में मतदाता फोटोे पहचान पत्र, पासपोर्ट, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, विद्यार्थियों के विद्यार्थी पहचान पत्र, बैंक की फोटोयुक्त पासबुक, लेमीनेटेड फोटोयुक्त क्रेडिट कार्ड, आधार के साथ ही अन्य कई दस्तोवज मान्य होते हैं। अब इसमें डिजिटल आधार के साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस को भी शामिल कर लिया गया है।