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दर्द से करहाती रही बच्ची, फिर भी जिम्मेदार बैठे मौन, आखिर कब तक होती रहेंगी ये घटनाएं

locationजयपुरPublished: May 17, 2019 12:49:38 pm

Submitted by:

Deepshikha Vashista

मानसरोवर में 9 साल की बच्ची के साथ हुई घटना

jaipur

दर्द से करहाती रही बच्ची, फिर भी जिम्मेदार बैठे मौन, आखिर कब तक होती रहेंगी ये घटनाएं

जयपुर. जयपुर में कुत्तों के काटने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। अब गुरुवार को मानसरोवर में 9 साल की बच्ची सृष्टि को कुत्ते ने काट लिया। हालत यह हो गई है कि काटता कुत्ता है और लोग डरने नगर निगम से लगे हैं।
मानसरोवर में एसएफएस के सेक्टर-7 निवासी सृष्टि पार्क में साइकिल चला रही थी। इसी दौरान कुत्ता लपका और उसे काट लिया। सृष्टि को 15 इंजेक्शन लगवाने पड़े। वह दर्द से कराहती रही। क्षेत्रवासी निकिता भार्गव ने बताया कि क्षेत्र में 60-70 कुत्ते हैं। लोग डरे-सहमे रहते हैं। शिकायत लेकर महापौर और आयुक्त से मिले लेकिन सुनवाई नहीं हुई। सेक्टर-5 और 2 में भी कुत्तों का आतंक है। कुत्तों के काटने की पिछले दिनों में 6 घटनाएं हो चुकी हैं।
पैसे देकर ठेकेदार के भरोसे छोड़ा शहर

कुत्तों को पकड़कर बधिया करने के लिए ठेकेदार को नगर निगम प्रति कुत्ता 850 रुपए देता है। हाल ही निगम ने बकाया 50 लाख में से 21 लाख रुपए ठेकेदार को दिए हैं।
ठेकेदार का जिम्मा है कि वह कुत्तों को पकड़े और जयसिंहपुरा खोर स्थित बधियाकरण केन्द्र तक ले जाए। वहां बधिया करे और कुत्ते को वापस वहीं छोड़े जहां से पकड़ा था। लेकिन नगर निगम पैसे देने के बाद आंखों पर पट्टी बांध लेता है। देखता तक नहीं कि ठेकेदार ठीक से काम कर रहा है या नहीं। कुत्तों को वापस उसी जगह छोड़ रहा है या नहीं। हालांकि गुरुवार को निगम मुख्यालय में अतिरिक्त आयुक्त अरुण गर्ग की अध्यक्षता में बैठक हुई, इसमें कई निर्णय किए गए।
अब मोबाइल ऐप की योजना : काश! सफल हो

नगर निगम अब मोबाइल ऐप तैयार कर रहा है। इसके जरिए कुत्तों की मॉनिटरिंग की जाएगी। उन्हें पकडऩे, बधिया करने, वापस उसी जगह छोडऩे आदि की फोटो सहित जानकारी ऐप के जरिए मिलेगी। कुत्ते पकडऩे वाली गाडिय़ों में जेपीएस भी लगाया जाएगा।
कुत्ते हिंसक क्यों

कुत्ते हिंसक क्यों अपने बजाय दूसरे इलाके में छोड़ दिया जाए तो वह असहज और चिड़चिड़ा हो जाता है।
किसी इलाके में दूसरा कुत्ता आ जाए तो वहां के कुत्ते असहज और चिड़चिड़े हो जाते हैं।
(विशेषज्ञों को आशंका है कि ठेकेदार के कर्मचारी कुत्तों को वापस उसी जगह छोडऩे में लापरवाही बरत रहे हैं)


ध्यान रखें, ये भी हैं कारण

दर्द : ऑर्थराइटिस, फ्रेक्चर, आंतरिक चोट, कैंसर रोग, बाहरी चोट, चमड़ी कटने के कारण दर्द होने पर कुत्ते हिंसक हो जाते हैं।
बीमारी : मस्तिष्क को प्रभावित करने वाली रेबीज, मस्तिष्क कैंसर या थायराइड से ग्रसित होने पर कुत्तों का दिमागी संतुलन बिगड़ जाता है।


डर : कुत्तों को लगता है कि वह खतरे में है और बचकर नहीं निकल सकता तो खुद को बचाने के लिए वह आक्रामक हो जाता है।

स्थिति : अपने क्षेत्र को अधिकार समझकर जब कुत्ता कुछ खा रहा है या किसी वस्तु को उसने पकड़ रखा है तो ध्यान रखें। उस समय वह हिंसक हो सकता है। 

(जयपुर चिडिय़ाघर के डॉक्टर अजय माथुर के अनुसार)

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