प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो नरेशपाल गंगावार को कमान सौंपी गई। इसके बाद नरेशपाल गंगवार,अजिताभ शर्मा को बिजली कंपनियों की कमान सौंपी गई। इसके बाद 4 जनवरी को दिनेश कुमार को बिजली कंपनियों की कमान सौंपी गई। लेकिन दिनेश कुमार भी उर्जा मंत्री बीडी कल्ला के साथ बेहतर ‘अंडर स्टैंडिंग’नहीं बैठा सके। कोयला संकट और बिजली खरीद के विवाद के बाद उनका भी तबादला कर दिया गया। सरकार ने आॅवरआॅल बिजली की कमान खान विभाग के एसीएस सुबोध अग्रवाल को देकर उनका कद बढाया है। अब वे खान विभाग के साथ ही बिजली के भी बॉस होंगे।
राजपाल का 5 बार तो गायत्री का तीन बार तबादला
सरकार के ढाई वर्ष के कार्यकाल में मंजू राजपाल का यह पांचवा तबादला है। स्थिति यह रही कि हर दूसरी तबादला सूची में मंजू राजपाल का तबादला हुआ। इस तबादले केा पंचायती राज विभाग में डेप्यूटेशन पर विकास अधिकारी के पदों पर लगे आयुर्वेद चिकित्सकों को हटाने के मामले से जोडा जा रहा है। इस मामले में उनका आला अधिकारियों से सीधा टकराव था। वहीं गायत्री राठौड का यह तीसरा तबादला है।
दिल्ली में आवासीय आयुक्त के पद पर तैनात रोली सिंह के तबादले ने नौकरशाही को चौंकाया। लगभग एक साल पहले दिल्ली गई सिंह को जयपुर बुलाकर जीएडी की कमान दी गई है। बताया जा रहा है कि सरकार के एक करीबी अफसर से अनबन के कारण ही उनको वापस बुलाया गया है।
एक ही प्रमोटी को मिल सकी जिले की कमान
आईएएस सुबोध अग्रवाल को जूनियर आईएएस निरंजन आर्य के मुेख्य सचिव बनने पर सचिवालय से बाहर भेजा अक्षय उर्जा निगम व उर्जा विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया। फिर उन्हें खान विभाग की कमान सौंपी। अब खान विभाग के साथ उनको अक्षय उर्जा निगम और राज्य कअब लिए बिजली खरीद करने वाले उर्जा निगम की कमान भी सौंप दी गई है। वहीं आईएएस सिदार्थ महाजन को दूसरी बार वित्त विभाग में बजट सचिव की कमान सौंप कर मुख्यमंत्री की बजट घोषणाओं को धरातल पर लाने का जिम्मा सौंपा गया है।
700—700 करोड के दो भुगतान पर विवाद
सूत्रों के अनुसार राज्य में कोयला संकट का विवाद तो चल ही रहा था। वहीं बिजली खरीद के 700—700 करोड के दो भुगतान को लेकर बिजली कंपनियों अध्यक्ष दिनेश कुमार विवादों में आ गए थे। वहीं उर्जा मंत्री बीडी कल्ला से भी उनकी पटरी नहीं बैठ रही थी।
इस सरकार के ढाई वर्ष के कार्यकाल में आईएएस नवीन महाजन और डा पृथ्वी उन अफसरों में शामिल हैं जिनका एक बार भी बादला नहीं हुआ। नवीन महाजन जल संसाधन तो डॉ पृथ्वी ने वित्त विभाग में ढाई वर्ष से ज्यादा का कार्यकाल पूरा किया है।