बारिश के पानी में डूबे ऊंटों का झुंड और महात्मा गांधी के दर्शन के लिए जाते बच्चों की रेल। कुछ ऐसी ही दृश्य जवाहर कला केंद्र की चतुर्दिक कला दीर्घा में देखने को मिले। यहां पर विश्व फोटोग्राफी दिवस पर देश-विदेश के 50 फोटोजर्नलिस्ट की 150 तस्वीरों का अनूठा संग्रह सजा। कला दीर्घा तस्वीरों से ऐसी सजी जैसे मानो आंखों के सामने ही सभी मौके आ गए हो। जयपुर फोटोजर्नलिस्ट एसोसिएशन की ओर से दृष्टिकोण प्रदर्शनी का आयोजन हुआ।
प्रदर्शनी दृष्टिकोण की तस्वीरों में मौसम, प्रकृति, वन्यजीवों का जीवन, तीज-त्यौहार, मार्मिकता और हिंसा सहित कई विषयों का मेल देखने को मिला। खासकर, घटनाएं प्रमुखता से देखी गई। इस प्रदर्शनी में संयुक्त अरब अमीरात के पंकज शर्मा, बांग्लादेश से नयन कर व कुदद्स आलम, श्रीलंका से चमीला रोहन के अलावा भारत के 14 राज्यों के फोटोजर्नलिस्ट का कलेक्शन है।
इनमें गिरधारी पालीवाल, सुनील शर्मा, धीरेंद्र गोधा, संदीप पुरोहित, अमित काला, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, दिनेश डाबी, शहजाद खान, दिनेश सैनी, दिनेश भारद्वाज, संदीप शर्मा, अरिजीत शाह, अखिल हार्डिया, अनुग्रह सोलोमन, विजय भास्कर राव, चोलिटी श्रीनिवास, दिनेश पगारिया, सुनील कैथवास, गिरीश श्रीवास्तव सहित कई नाम है।
प्रदर्शनी 25 अगस्त तक सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक खुली रहेगी। प्रदर्शनी का उद्घाटन सोमवार को कला एवं संस्कृति मंत्री बी.डी. कल्ला ने किया था। मौके पर हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति ओम थानवी, समाज सेवी सुधीर माथुर, जवाहर कला केंद्र के अतिरिक्त महानिदेशक फुरखान खान उपस्थित रहे।