गौरतलब है कि इस तोप का निर्माण करने वाली भारत में ही दो कंपनियों भारत फोर्ज लिमिटेड व टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड की ओर से छह-सात परीक्षण किए जा चुके हैं। 26 जनवरी 2017 को गणतंत्र दिवस परेड में इसका प्रदर्शन किया गया था। 155 एमएम व 52 केएल के नाम से पहचानी जाने वाली एटीजेएस तोप का माइनस तीन डिग्री तापमान में पूर्व में परीक्षण किया गया था। अब पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में 45 डिग्री से अधिक तापमान में इसका सफल परीक्षण किया गया है।
सूत्रों के अनुसार यह तोप 48 किमी दूर बैठे दुश्मन के ठिकाने को नेस्तनाबूत करने की शक्ति रखती है। अब इसकी रेंज को 48 से बढ़ाकर 52 किमी तक करने का परीक्षण किया है।
2016 में पहला परीक्षण
- एटीजेएस तोप का पहला परीक्षण 2016 में किया गया था।
- इस तोप का वजन 18 टन है। - यह सबसे लंबी दूरी तक वार करने में सक्षम स्वदेशी तोप है।
- यह तोप माइनस तीन डिग्री से प्लस 75 डिग्री तक एलिवेशन ले सकता है।
- एटीजेएस तोप का पहला परीक्षण 2016 में किया गया था।
- इस तोप का वजन 18 टन है। - यह सबसे लंबी दूरी तक वार करने में सक्षम स्वदेशी तोप है।
- यह तोप माइनस तीन डिग्री से प्लस 75 डिग्री तक एलिवेशन ले सकता है।
- इसकी फायरिंग रेंज 48 से 52 किमी तक बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
- इस सिस्टम को विकसित करने में करीब चार वर्ष लगे। - भारतीय सेना के पास 155 एमएम की ऐसी फिलहाल सात गन है।
- इस तोप के बैरल की लंबाई 8060 मिलीमीटर है।
- इस सिस्टम को विकसित करने में करीब चार वर्ष लगे। - भारतीय सेना के पास 155 एमएम की ऐसी फिलहाल सात गन है।
- इस तोप के बैरल की लंबाई 8060 मिलीमीटर है।