600 हैण्डपम्प सूखे
चित्तौडग़ढ़. कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में हैण्डपम्प सूख जाने से समस्या बढ़ी है लेकिन गांव से बाहर जाने वाली स्थिति नहीं है। हैण्डपम्प खराब होने पर पनघट सहारा बने हुए है। जिले में 12 हजार 645 हैण्डपम्प में से करीब 600 सूख गए है।
चित्तौडग़ढ़. कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में हैण्डपम्प सूख जाने से समस्या बढ़ी है लेकिन गांव से बाहर जाने वाली स्थिति नहीं है। हैण्डपम्प खराब होने पर पनघट सहारा बने हुए है। जिले में 12 हजार 645 हैण्डपम्प में से करीब 600 सूख गए है।
खेतड़ी क्षेत्र में १० दिन में एक दिन आ रहा पानी
झुंझुनूंं . शहर के अनेक हिस्सों में नियमित पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है। बुहाना में आठ दिन में एक दिन पानी की आपूर्ति हो रही है। खेतड़ीनगर के गांवों में दस दिन में एक दिन पानी आ रहा है। यही हाल सिंघाना, सूरजगढ व पिलानी के गांवों के हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि था कि उनकी सरकार आई तो कुम्भकरण योजना (कुम्भाराम लिफ्ट योजना) को जल्द पूरा किया जाएगा। अब कांग्रेस की सरकार भी आ गई, लेकिन कार्य पूरा नहीं हो रहा।
झुंझुनूंं . शहर के अनेक हिस्सों में नियमित पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है। बुहाना में आठ दिन में एक दिन पानी की आपूर्ति हो रही है। खेतड़ीनगर के गांवों में दस दिन में एक दिन पानी आ रहा है। यही हाल सिंघाना, सूरजगढ व पिलानी के गांवों के हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि था कि उनकी सरकार आई तो कुम्भकरण योजना (कुम्भाराम लिफ्ट योजना) को जल्द पूरा किया जाएगा। अब कांग्रेस की सरकार भी आ गई, लेकिन कार्य पूरा नहीं हो रहा।
लम्बित योजना
टोंक जिले के लिए ईस्टर्न केनाल योजना लम्बित है।
दौसा में ईसरदा बांध परियोजना लम्बित है।
बाड़मेर जिले में नर्मदा परियोजना व पोकरण-फलसूंड-सिवाना पेयजल योजना लंबित
धौलपुर-राजाखेड़ा लिफ्ट सिंचाई-पेयजल परियोजना।
चित्तौडग़ढ़: जिले के सबसे बड़े गंभीरी, वागन, घोसुण्डा बांध में अभी तीन से चार माह तक का पानी शेष बताया जा रहा है।
सवार्ईमाधोपुर: जिले में कुल 17 बांध है। इनमें भी महज एक महीने का पानी ही बचा है। इनमें से भी जिले में पेयजलापूर्ति नहीं हो रही है।
टोंक जिले के लिए ईस्टर्न केनाल योजना लम्बित है।
दौसा में ईसरदा बांध परियोजना लम्बित है।
बाड़मेर जिले में नर्मदा परियोजना व पोकरण-फलसूंड-सिवाना पेयजल योजना लंबित
धौलपुर-राजाखेड़ा लिफ्ट सिंचाई-पेयजल परियोजना।
चित्तौडग़ढ़: जिले के सबसे बड़े गंभीरी, वागन, घोसुण्डा बांध में अभी तीन से चार माह तक का पानी शेष बताया जा रहा है।
सवार्ईमाधोपुर: जिले में कुल 17 बांध है। इनमें भी महज एक महीने का पानी ही बचा है। इनमें से भी जिले में पेयजलापूर्ति नहीं हो रही है।