इधर, निर्वाचन विभाग के आंकड़ों को देखें तो जयपुर में इसी साल 70 हजार युवा 18 साल के हुए हैं। ऐसे में मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के कारण सभी लाइसेंस के लिए आवेदन कर रहे हैं। अचानक आवेदक बढऩे से आरटीओ ( RTO ) की भी व्यवस्थाएं फेल हो गई हैं। स्लॉट की संख्या 120 से बढ़ाकर 150 करने के बाद भी हजारों लोग कतार में हैं। फिलहाल स्थिति की बात करें तो सॉफ्टवेयर में एक महीने तक की वेटिंग दी जा रही है। यानी 13 अक्टूबर को आवेदन करने वालों को 13 नवंबर का समय दिया जा रहा है। इससे आगे एक महीने बाद की तारीख मिलना बंद हो गई है। ऐसे में रोज खुलने वाले 150 स्लॉट में आवेदन करने के लिए करीब 50 हजार लोग मशक्कत कर रहे हैं। किस्मत से आपका नंबर लग गया तो ठीक, नहीं तो छह महीने का इंतजार करना पड़ेगा।
ये मुख्य कारण जिनके चलते आवेदक बढ़े
दिल्ली में मोटर व्हीकल एक्ट ( Motor Vehicle Act 2019 ) लागू हो गया है। ऐसे में जयपुर के हजारों लोग दिल्ली में नौकरी कर रहे हैं। चालान के डर से लोग या तो नए लाइसेंस बनवा रहे हैं या पुराने लाइसेंस को संशोधित करवा रहे हैं। ऐसे में आवेदकों की संख्या बढ़ गई है।
परिवहन विभाग ने 17 साल की उम्र में बनने वाले बिना गियर के लाइसेंस को बंद कर दिया है। ऐसे में अब जो बिना गियर के लाइसेंस से वाहन चला रहे थे, उन्होंने नए लाइसेंस के लिए आवेदन कर दिया है।
दिवाली की छुट्टियों में दूसरे शहरों में नौकरी या पढ़ाई कर रहे युवा घर आ रहे हैं। वे जयपुर आकर लाइसेंस भी बनवाना चाह रहे हैं। एक महीने पहले ही इसके लिए आवेदन कर रखा है।
ऐसे होगा समाधान
– परिवहन विभाग सॉफ्टवेयर में संशोधन कर एक महीने से आगे की तारीख देना शुरू कर दें। ताकि लोग निर्धारित तारीख के दिन आकर लाइसेंस बनवा लें।
– आरटीओ में एक दिन में 150 का स्लॉट है, इसे बढ़ाकर 200 तक कर दिया जाए।
– झालाना कार्यालय में परिवहन निरीक्षकों की संख्या बढ़ाई जाए।
आरटीओ में लर्निंग के लिए काम आने वाली टेस्ट मशीन कम हैं इनकी संख्या बढ़ाई जाए
इस संबंध में परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियवास का कहना है कि समस्या मेरे ध्यान में अभी आई है। अगर सॉफ्टवेयर से संशोधन से इस समस्या का समाधान हो जाता है, इसे सोमवार को ही अपडेट करा दिया जाएगा। लाइसेंस लेने वालों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। हमारा मकसद है कि लोग लाइसेंस लें।